डीएमएफ घोटाला:निलंबित आईएएस रानू गिरफ्तार, ठेकेदारों से लिया 40% कमीशन; ईडी ने पूछताछ के लिए 5 दिनों की ली रिमांड
राज्य में करीब 1000 करोड़ के डीएमएफ घोटाला में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को जेल में बंद निलंबित आईएएस रानू साहू को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने पूछताछ के लिए रानू की पांच दिनों की रिमांड ली है। उन्हें 22 अक्टूबर को विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले ईडी ने आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग की उपायुक्त माया वारियर को गिरफ्तार किया है। इसलिए अब दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी। क्योंकि दोनों कोरबा में एक साथ पदस्थ थे। उसी दौरान पीएमएफ का घोटाला हुआ था।
दोनों पर आरोप है कि डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (डीएमएफ) में ठेकेदारों को ठेका देने के लिए 40 प्रतिशत कमीशन की वसूली की गई है। यह पैसा नीचे से ऊपर तक गया। इसमें कई राजनेता भी शामिल हैं। बिल भुगतान के लिए भी पैसा लिया गया। डीएमएफ घोटाला में ईडी के अलावा ईओडब्ल्यू ने भी केस दर्ज किया है। दोनों एजेंसी जांच कर रही है।
हालांकि इस मामले में ईओडब्ल्यू ने अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है। ईडी के अधिवक्ता ने बताया कि प्रोडक्शन वारंट पर विशेष अदालत ईडी के न्यायाधीश अतुल श्रीवास्तव के सामने गुरुवार को रानू साहू को पेश किया। जहां ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया। डीएमएफ घोटाला में पूछताछ के लिए 14 दिनों की रिमांड मांगी गई लेकिन अदालत ने 22 अक्टूबर तक की मंजूरी दी। उपायुक्त माया सात दिनों की रिमांड पर पहले से ही है। ईडी का दावा है कि इस मामले में आगे और भी लोगों की गिरफ्तारी होगी।