सोमवार देर रात 30 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई, जिसमें इंडिगो, विस्तारा और एयर इंडिया की डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स शामिल थीं। पिछले 8 दिनों में 120 से अधिक विमानों को इस तरह की धमकियां मिल चुकी हैं। इंडिगो ने अपनी चार उड़ानों को अलर्ट मिलने की पुष्टि की है, जिनमें मंगलुरु से मुंबई, अहमदाबाद से जेद्दा, हैदराबाद से जेद्दा और लखनऊ से पुणे की फ्लाइट्स शामिल हैं। विस्तारा और एयर इंडिया ने भी सोशल मीडिया पर धमकियों की पुष्टि की और बताया कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया है।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने धमकियों को गंभीरता से लेते हुए कहा कि भले ही ये फर्जी हों, लेकिन इन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि धमकी देने वालों को ‘नो फ्लाई लिस्ट’ में शामिल करने पर विचार किया जा रहा है, और इसके खिलाफ सख्त कानून लाने की तैयारी हो रही है।
सरकार ने इस संबंध में कई कदम उठाए हैं:
- एयर मार्शलों की संख्या दोगुनी: फ्लाइट्स में सुरक्षा को बढ़ाते हुए, सरकार ने 16 अक्टूबर को एयर मार्शलों की संख्या दोगुनी करने का फैसला लिया।
- एयरलाइंस के CEOs के साथ बैठक: 19 अक्टूबर को सभी एयरलाइंस के CEOs के साथ बैठक आयोजित की गई, जिसमें झूठी धमकियों से निपटने पर चर्चा हुई।
- DGCA प्रमुख का स्थानांतरण: केंद्र ने 19 अक्टूबर को DGCA प्रमुख विक्रम देव दत्त को पद से हटाकर कोयला मंत्रालय में सचिव नियुक्त किया। इस बदलाव को भी धमकी के मामलों से जोड़ा जा रहा है।
- गिरफ्तारियां: मुंबई और छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से दो लोगों को धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर भी एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया।
इन धमकियों के चलते विमानन कंपनियों को बड़ा नुकसान हो रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन सुरक्षा जांचों और फ्लाइट्स के डायवर्जन से विमानन कंपनियों को अब तक 200 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है।