अमेरिका ने शुक्रवार को मिडिल ईस्ट में अतिरिक्त सैन्य हथियारों की तैनाती की घोषणा की है।
इनमें बैलिस्टिक मिसाइलों को ध्वस्त करने वाले डिफेंस सिस्टम और लंबी दूरी के बी-52 बॉम्बर एयरक्राफ्ट जैसे धांसू हथियार भी शामिल हैं।
इसके साथ ही अमेरिका ने इजरायल पर जवाबी हमले की तैयारी में लगे ईरान को चेतावनी भी दी है। इधर ईरान और इजरायल के बीच तनाव पर है और विश्लेषक इसे अच्छे संकेत नहीं बता रहे हैं।
खबरों की माने तो इजरायल के हमलों के बाद अब ईरान के सर्वोच्च नेता खेमेनई ने इजरायल पर जवाबी कार्रवाई को मंजूरी दे दी है और ईरान कभी भी इजरायल पर हमला कर सकता है।
इससे पहले बीते सप्ताह इजरायल ने ईरान पर लड़ाकू विमानों के जरिए हमला कर इस जंग को और भड़का दिया है।
इस मामले पर अमेरिका में पेंटागन के प्रवक्ता मेजर जनरल पैट राइडर ने एक बयान में कहा, “अगर ईरान या उसके साथी इस मौके का इस्तेमाल क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों या अमेरिकी हितों को निशाना बनाने के लिए करते हैं तो अमेरिका अपने लोगों की रक्षा के लिए हर उपाय जरूर करेगा।”
मिडिल ईस्ट में इजरायल के साथ खड़े अमेरिका ने कई सैन्य उपकरणों की तैनाती की है। इनमें पिछले महीने के अंत में देश में तैनात एक THAAD मिसाइल रक्षा प्रणाली भी शामिल है जिसे अमेरिकी सैनिक संचालित करते हैं।
राइडर ने कहा कि अमेरिकी सैनिक आने वाले महीनों में क्षेत्र में पहुंचकर कमान सभालेंगे।
इजरायल ने 26 अक्टूबर को ईरान के खिलाफ बड़ा हमला किया है जिसमें ईरान के सैन्य बुनियादी ढांचे के बर्बाद होने की खबर है। वहीं ईरान ने 2024 में इजरायल के खिलाफ दो बड़े हमले किए हैं।
अप्रैल में दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के बाद किए गए हमले के बाद ईरान ने अक्टूबर में इजरायल पर बैलेस्टिक मिसाइल बरसाईं और कहा है कि यह हमला मिडिल ईस्ट में उसके समर्थित सशस्त्र समूह हमास और हिजबुल्लाह के नेताओं की हत्या के जवाब में था।