छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के खम्हरिया गांव में ग्रामीणों ने सड़कों की बदहाल स्थिति को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। लगभग 33 घंटे तक सैकड़ों महिला और पुरुषों ने सड़क मरम्मत की मांग पर चक्काजाम कर विरोध जताया। गुरुवार रात प्रशासन और उद्योग प्रबंधन की ओर से लिखित आश्वासन मिलने के बाद ही आंदोलन समाप्त हुआ। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर समय पर सड़कों की मरम्मत नहीं हुई, तो वे दोबारा आंदोलन करेंगे।
सड़क की दुर्दशा से परेशान ग्रामीण
तमनार विकासखंड के मिलुपारा से हुंकरडीपा तक की सड़कों की खराब स्थिति ने आसपास के कई गांवों के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। उरबा, पेलमा, सरसमाल, जरईडीह, बांजीखोल और बजरमुड़ा जैसे गांवों के लोग आने-जाने में लगातार कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। खराब सड़कों से परेशान खम्हरिया के ग्रामीणों ने बुधवार को साप्ताहिक बाजार में धरना देकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
प्रशासन की मध्यस्थता से मिला समाधान
गुरुवार रात करीब 8 बजे पुलिस, तहसील और उद्योग प्रबंधन के अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत की। बैठक में लिखित में आश्वासन दिया गया कि 25 दिसंबर तक सड़कों की मरम्मत का काम पूरा कर दिया जाएगा। इस भरोसे के बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया।
ग्रामीणों का अडिग रुख
खम्हरिया के प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें पहले भी आश्वासन दिया गया था, लेकिन सड़कों की हालत में सुधार नहीं हुआ। इस बार वे प्रशासन की कार्यवाही पर नजर रखेंगे और अगर समय पर काम पूरा नहीं हुआ, तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।