दुर्ग पुलिस ने शातिर बदमाश अमित जोश के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उसकी मदद करने वालों को गिरफ्तार करने का सिलसिला जारी रखा है। पुलिस ने जोश के साथी डी. संतोष राव को गिरफ्तार किया है, जिसने उसकी फरारी में मदद की थी।
26 जून को देर रात, अमित जोश और उसके साथी ने सेक्टर 10 पुलिया के पास तीन लड़कों पर गोली चलाई थी। इस गोलीकांड में आदित्य सिंह और सुनील यादव गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटना के बाद, जोश के साथियों ने भिलाई नगर थाने में झूठी जानकारी दी और दावा किया कि किसी अन्य गैंग के लोगों ने यह गोलीबारी की थी। लेकिन घायलों के दोस्त रमनजीत सिंह ने थाने में सही जानकारी दी और मामला सामने आया।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन मुख्य आरोपी अमित जोश फरार हो गया। लगभग पांच महीने बाद, 8 नवंबर को पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस ने उसके फरार होने में मदद करने वाले डी. संतोष राव को गिरफ्तार किया। राव ने कबूल किया कि उसने जोश को छिपने में मदद की और घटना के बाद जोश ने उसकी स्कूटी ली थी। राव ने स्कूटी को पेण्ड्रा रोड रेलवे स्टेशन के पास खड़ा कर दिया, जहां से जोश ट्रेन से भाग गया। पुलिस ने राव की निशानदेही पर स्कूटी भी जब्त कर ली।