CGPSC भर्ती घोटाला: पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी गिरफ्तार, उद्योगपति श्रवण गोयल भी हिरासत में
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) के पूर्व चेयरमैन और IAS अधिकारी टामन सिंह सोनवानी को CBI ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी और रिश्वतखोरी का गंभीर आरोप है। इसी मामले में बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को भी हिरासत में लिया गया है।
आरोप है कि श्रवण गोयल ने अपने बेटे शशांक और बहू भूमिका को डिप्टी कलेक्टर की नौकरी दिलाने के लिए सोनवानी के करीबी के NGO को CSR फंड के तहत ₹45 लाख दिए। जांच में पुष्टि होने के बाद दोनों पर कार्रवाई हुई। फिलहाल रायपुर में दोनों से पूछताछ जारी है, और उन्हें आज CBI की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जा सकता है।
भर्ती में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी
CBI का कहना है कि सोनवानी के कार्यकाल (2019-2022) में भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई। कई VIP और सरकारी अधिकारियों के रिश्तेदारों को पैसे लेकर चयनित किया गया। इनमें कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के करीब 18 रिश्तेदार भी शामिल हैं। CBI को पैसों के लेन-देन के पुख्ता सबूत मिले हैं।
सोनवानी-गोयल की भूमिका पर जांच जारी
CBI ने दावा किया है कि इस घोटाले में सोनवानी और गोयल की मुख्य भूमिका थी। श्रवण गोयल ने कथित तौर पर बड़ी रकम का लेन-देन किया। जांच एजेंसी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
भाजपा की मांग- सचिव और परीक्षा नियंत्रक पर भी हो कार्रवाई
भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने इस घोटाले की निंदा करते हुए कहा कि सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने सोनवानी के अलावा उस समय के सचिव और परीक्षा नियंत्रक को भी गिरफ्तार करने की मांग की।
CGPSC की विवादित भर्ती प्रक्रिया
2019 से 2022 के बीच CGPSC द्वारा आयोजित परीक्षाओं में अनियमितता के आरोप हैं। 2020 में 175 और 2021 में 171 पदों पर हुई भर्तियों को लेकर विवाद सामने आया। 2021 की परीक्षा में 509 उम्मीदवारों ने मेंस पास किया था, लेकिन अंतिम चयनित सूची में भारी गड़बड़ी के आरोप लगे हैं।
CBI की कार्रवाई के बाद मामले में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है। जांच जारी है, और जल्द ही अन्य आरोपियों पर भी शिकंजा कस सकता है।