छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अडाणी ग्रुप पर लगे आरोपों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र को “अडाणी का प्रवक्ता” करार दिया। बघेल ने दावा किया कि अमेरिका में अडाणी ग्रुप के खिलाफ दर्ज रिश्वत और धोखाधड़ी के मामले में अडाणी की बजाय केंद्र सरकार के मंत्री और भाजपा प्रवक्ता सफाई देते नजर आए।
हालांकि, बिटकॉइन मामले पर सवाल पूछे जाने पर बघेल जवाब देने से बचते दिखे।
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने बघेल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अडाणी ग्रुप से संबंधित डील 2021 में भूपेश बघेल के कार्यकाल के दौरान हुई थी। भाजपा प्रवक्ता ने भूपेश बघेल को “कांग्रेस का एटीएम” बताते हुए कहा कि अब उनकी पार्टी भी उनका साथ छोड़ रही है।
मामला क्या है?
अमेरिका में अडाणी ग्रुप पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए अधिकारियों को रिश्वत देने और झूठे दस्तावेज पेश करने के आरोप लगे हैं। न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट ने गौतम अडाणी और उनके भतीजे सागर अडाणी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
बघेल का आरोप
भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के दौरान अडाणी ग्रुप से कोई नया एमओयू नहीं हुआ। जो भी परियोजनाएं थीं, वे पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल से चली आ रही थीं। उन्होंने कहा कि भाजपा झूठे आरोप लगाकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
भाजपा का बयान
भाजपा विधायक रिकेश सेन ने कहा कि राहुल गांधी खुद छत्तीसगढ़ में अडाणी मामलों की जांच की मांग कर चुके हैं। यह वही राज्य है जिसे भूपेश बघेल ने “कांग्रेस का एटीएम” बना दिया था। सेन ने कहा कि अब सवाल सीधे भूपेश बघेल पर उठेंगे और कांग्रेस भी उनकी मदद नहीं करेगी।
धान खरीदी पर भी सवाल
बघेल ने राज्य सरकार पर धान खरीदी में किसानों के साथ छलावा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सर्वर डाउन जैसी समस्याओं और धान खरीदी केंद्रों में व्यवधान के कारण किसानों को बड़ा नुकसान हो रहा है।
SEBI करेगी जांच
अडाणी ग्रुप पर भारतीय निवेशकों को गुमराह करने और सेबी के डिस्क्लोजर नियमों के उल्लंघन के आरोप भी लगे हैं। इस मामले में सेबी जांच कर सकती है।