छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में अब नक्सलियों के प्रभाव को खत्म करने के लिए बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) ने बड़ी पहल शुरू की है। बीआरओ ने नक्सलियों के मुखिया हिडमा के गढ़ में सड़क निर्माण कार्य शुरू किया है, जो इस घोर नक्सली क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। इस इलाके में नक्सली हिंसा के कारण पहले कभी भी कोई ठेकेदार सड़क निर्माण का काम करने को तैयार नहीं होता था। बीआरओ ने 25 नवंबर से बस्तर के बीजापुर इलाके में सड़क निर्माण कार्य शुरू किया है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाएगा।
इस परियोजना के तहत, बीआरओ दो महत्वपूर्ण सड़कें बनाएगा—एक सड़क हिडमा के गांव पूर्वर्ती से सिलगर तक और दूसरी सड़क टेरम से कोंडापल्ली तक। इस इलाके में 2004 से 2006 तक नक्सली हिंसा चरम पर थी, और पिछले कुछ सालों में सुरक्षा बलों पर हमले भी हुए हैं। अप्रैल 2021 में, नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें 23 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद, 17 मई 2021 को सिलगर में पुलिस फायरिंग में तीन गांववाले मारे गए थे। इन घटनाओं ने इस क्षेत्र में सड़क निर्माण को और भी मुश्किल बना दिया था।
हालांकि, अब बीआरओ की पहल से क्षेत्र में नक्सलियों के प्रभाव को कमजोर करने के साथ ही स्थानीय लोगों के लिए विकास के रास्ते खुलेंगे। यह कदम बस्तर में सुरक्षा, कनेक्टिविटी और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।