छत्तीसगढ़ सरकार के प्रतिबंध के बाद भी बिलासपुर में हुक्का बार बेधड़क चल रहे हैं। शहर में ऐसे कई बार हैं, जहां युवकों के साथ ही युवतियां भी धुएं का कश लगाती नजर आती हैं। रविवार देर रात एक हुक्का बार में छापेमारी कर पुलिस ने संचालक समेत 10 युवाओं को पकड़ा है। मौके से बड़ी मात्रा में हुक्के के पॉट, पाइल, फ्लेवर्ड तंबाखू बरामद किया गया है। यहां प्रति घंटे 400 रुपए की वसूली की जाती है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
हुक्का बार संचालित होने की लगातार शिकायतें
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से शहर और आसपास के होटलों में अवैध रूप से हुक्का बार संचालित होने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। जानकारी देने के बाद भी पुलिस हुक्का बार में कार्रवाई नहीं कर रही थी, जिसके बाद एसपी रजनेश सिंह को इसकी सूचना दी गई।
उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया और रविवार देर रात एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पुलिस की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से महाराणा प्रताप चौक स्थित वसुंधरा नगर निवासी अजय कुमार के मकान में घेराबंदी कर छापेमारी की।
अलग-अलग टेबल पर बैठ युवक उड़ा रहे थे धुआं
पुलिस की टीम ने जब अंदर दबिश दी, तब युवक अलग-अलग टेबल में बैठकर हुक्का पॉट लेकर धुएं का कश लगा रहे थे। तलाशी लेकर 10 हुक्का पाट, हुक्का पाइप, चीलम सहित अलग-अलग फ्लेवर्ड के 21 डिब्बा हुक्का का तम्बाखू, जफरान पान फ्लेवर का तम्बाखू, 20-20 किलोग्राम का 8 पेटी चारकोल, एक बोरी टीशू पेपर, एक बोरी फिल्टर, एक हीटर और कोयला बरामद किया गया।
एसपी की सख्ती, थानेदार और अफसर उदासीन
एसपी रजनेश सिंह ने शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी अवैध कारोबार पर सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन, निचले स्तर के पुलिस अफसर और थानेदारों की उदासीनता से अवैध कारोबार बेधड़क चल रहा है।
शहर के कई होटलों में इस तरह से हुक्का बार का संचालन किया जा रहा है, जिन्हें पुलिस का संरक्षण है। जानकारी देने के बाद भी पुलिस इन जगहों पर छापेमारी नहीं करती है। अगर, जांच करने जाती भी है तो पहले से ही संचालकों को अलर्ट कर दिया जाता है।
स्कूल स्टूडेंट्स भी उड़ा रहे धुआं
इस कार्रवाई के दौरान हुक्का पिलाने और पीने वाले युवकों को पुलिस पकड़कर थाने ले गई। उनके खिलाफ कोटापा एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पकड़े गए युवकों में रसूखदार परिवार के स्कूली बच्चे भी शामिल हैं, जो हुक्का बार में धुआं उड़ा रहे थे।
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने संचालक समेत 10 युवकों को गिरफ्तार कर मुचलके पर छोड़ दिया है।
कश लगाने प्रति घंटे 400 रुपए की वसूली
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि हुक्का बार के संचालक तंबाखू युक्त फ्लेवर्ड हुक्का पिलाने के लिए युवकों से प्रति घंटे 400 रुपए वसूली करते थे। बार में युवकों को उनकी डिमांड के अनुसार सुविधाओं का लाभ दिया जाता है।
इसमें मकान मालिक को किराए के साथ कमीशन भी दिया जाता है। एएसपी राजेन्द्र जायसवाल ने बताया कि मौके से नगद पैसे भी बरामद हुआ है।
पूर्व विधायक पांडेय ने लगवाया था प्रतिबंध
बता दें कि शहर विधायक शैलेश पांडेय ने विधानसभा में हुक्काबारों को लेकर सवाल उठाया था, जिसके बाद फरवरी 2020 में हुक्का बारों को प्रतिबंधित करने का आदेश कैबिनेट में पास हुआ था। नगरीय प्रशासन विभाग को आदेश जारी करने कहा गया था। पुराने जितने भी हुक्का बार चल रहे थे। उन्हें अवैध घोषित करना था, लेकिन यह अब भी चल रहे हैं।
संचालक और हुक्का पीने वालों के खिलाफ धारा 144 के तहत कार्रवाई का प्रावधान है। इसके तहत दो साल कारावास और जुर्माना दोनों हो सकता है। वहीं इस पर महत्वपूर्ण कार्रवाई सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा एक्ट) के तहत किया जाता है।