महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए एक सप्ताह हो चुका है, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। भाजपा, शिवसेना शिंदे गुट और NCP अजित पवार गुट ने मिलकर 288 में से 230 सीटें जीतीं, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई स्पष्ट घोषणा नहीं हो पाई है।
इस बीच, डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री भाजपा से ही होगा, और यह फैसला महायुति की बैठक में लिया गया था। शिवसेना और NCP को डिप्टी सीएम के पद मिलेंगे। पवार ने यह भी कहा कि सरकार गठन में देरी कोई नई बात नहीं है, पहले भी 1999 में एक महीने का समय लगा था।
भा.ज.पा. के वरिष्ठ नेता ने बताया कि संघ से हरी झंडी मिलने के बाद देवेंद्र फडणवीस का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए फाइनल किया गया है। शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में शाम 5 बजे होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।
इसी बीच, भाजपा विधायक दल की बैठक 3 दिसंबर को होगी, जिसमें विधायकों से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री पद की घोषणा की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम बनने को तैयार हैं, लेकिन गृह मंत्रालय पर उनका अड़ियल रुख है।
गृह मंत्रालय और वित्त मंत्रालय पर विवाद जारी है, क्योंकि शिंदे गुट चाहता है कि गृह मंत्रालय उनके पास रहे, जबकि भाजपा इसे अपने पास रखना चाहती है। इसके अलावा, मंत्रियों के पदों का बंटवारा भी जारी है, जिसमें भाजपा 20-23, शिंदे गुट 11 और अजित पवार गुट को 9 मंत्री पद मिल सकते हैं।
महाराष्ट्र के नए सरकार में सीएम और दो डिप्टी सीएम होंगे, और कुल 43 मंत्री शपथ लेंगे।