बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का इलाज बंद कर दिया गया है। अब मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत भी इलाज की सेवाएं रोक दी गई हैं, जिससे गरीब मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने नाराजगी जताते हुए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
विधायक शुक्ला ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर सरकार की योजनाओं के तहत इलाज तुरंत शुरू नहीं किया गया तो अस्पताल को सरकारी जमीन खाली करनी होगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय जनता को योजनाओं का लाभ न मिलना अस्वीकार्य है, और इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
अपोलो अस्पताल, संभाग का सबसे बड़ा मल्टी स्पेशलिटी सेंटर है, लेकिन आयुष्मान और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत इलाज रोकने से गरीब मरीजों को जरूरी सेवाएं, जैसे डायलिसिस, बंद कर दी गई हैं। यह स्थिति आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए बेहद चिंताजनक है।
मरीजों की शिकायत पर पहुंचे विधायक
डायलिसिस सेवाएं बंद होने से परेशान मरीजों और उनके परिजनों ने सोमवार को विधायक सुशांत शुक्ला से शिकायत की। मामले की जानकारी मिलने पर विधायक तुरंत अस्पताल पहुंचे और प्रबंधन से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यदि शासकीय योजनाएं लागू नहीं हो सकतीं, तो अस्पताल को सरकारी जमीन खाली करनी होगी।
प्रबंधन का पक्ष और विधायक का सवाल
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत पिछले पांच वर्षों के इलाज का भुगतान अब तक नहीं हुआ है, जिसके कारण करोड़ों रुपये बकाया हैं। इस पर विधायक ने सवाल उठाया कि अस्पताल ने समय रहते प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मदद क्यों नहीं मांगी। उन्होंने कहा कि भुगतान की समस्या के बावजूद इलाज रोकना अनुचित है।
आंदोलन की चेतावनी
विधायक ने दो टूक कहा कि आयुष्मान योजना और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत इलाज जल्द शुरू किया जाए, वरना अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई के साथ आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने इस मुद्दे पर स्थानीय प्रशासन और उच्च स्तर पर कदम उठाने की बात कही।