शहर के तकरीबन सभी ओवरब्रिज के नीचे बेजा कब्जा हो गया है। शराबखोरी के अड्डे बन गए हैं।
शहर के बीच, व्यस्त हाइवे के आसपास और सभी जिम्मेदार एजेंसियों के सामने अवैध कब्जे का एक अनोखा सिलसिला चल रहा है। ये कब्जे हो रहे हैं ओवरब्रिज के नीचे की जमीन पर। उस इलाके के नेताओं, दबंगों के इशारे पर शहर के सभी 12 ब्रिज के नीचे कच्ची-पक्की दुकानें, झुग्गियां, पार्किंग और गैरेज तक बन गए हैं। कई ओवरब्रिज के नीचे तो अपराधियों का कब्जा है। वहां रात में शराबखोरी के साथ ही जुआ और सट्टा भी चलता है। इस अवैध कब्जे, इससे होने वाली तकलीफें, उस जमीन का जनता के हित में उपयोग कैसे किया जा सकता है राजधानी में मोवा, शंकर नगर, कमल विहार, खमतराई, भनपुरी, तेलघानी नाका, आर्च ब्रिज, महोबा बाजार और एक्सप्रेस-वे के फाफाडीह, देवेंद्र नगर, पंडरी, तेलीबांधा जैसे 12 ओवरब्रिज के नीचे करीब 18 हजार स्क्वायर मीटर जमीन खाली है। इस सरकारी जमीन का बहुत बेहतर उपयोग जनता के हित में हो सकता है लेकिन जो हालात हैं वो तकलीफदेह हैं।
खमतराई ओवरब्रिज
जमीन पर हर तरह की दुकानें सजीं
ओवरब्रिज के नीचे की जमीन पर कई तरह की दुकानें लग गई है। यहां गाड़ी मैकेनिक, सब्जी दुकान, चाय और पान ठेला, नॉनवेज, फल और गद्दा बनाने की भी दुकान खुल गई है।
इन दुकानों पर आज तक निगम की कभी कोई कार्रवाई नहीं की गई। न ही इनसे किसी भी तरह का कोई शुल्क वसूल किया जाता है।
शंकरनगर ब्रिज
यहां अवैध दुकानों के साथ ऑटो पार्किंग
शंकरनगर और तेलघानी नाका ओवरब्रिज के नीचे अवैध बाजार सजने के साथ ही लोग दादागिरी के साथ गाडिय़ां खड़ी कर रहे हैं। ओवरब्रिज के आसपास रहने वाले लोग ऑटो और ई-रिक्शा यही खड़ी करते हैं। अधिकतर ओवरब्रिज के नीचे मोटर गैरेज, ऑटो पार्ट्स की दुकानें, चाय और पान ठेला खुल चुके हैं। कुछ ओवरब्रिज के नीचे सब्जी बाजार भी लग रहे हैं। इस वजह से सभी ओवरब्रिज के दोनों ओर की सर्विस रोड पर जाम भी लगता है।
मोवा ओवरब्रिज
सुबह-शाम लग रहा सब्जी बाजार
मोवा ओवरब्रिज के बनने के बाद से ही यह सुबह और शाम में सब्जी बाजार लग रहा है। इस वजह से दोनों ओर की सर्विस रोड जाम रहती है। इसका असर लोधीपारा चौक पर भी पड़ता है। ओवरब्रिज के नीचे ही पंचर दुकान समेत कई तरह के कारोबार के करीब 50 दुकानें चल रही हैं।
कई लोगों ने यह पक्की तरह की दुकानें भी बना ली हैं। कुछ ने दीवार उठाने की भी कोशिश की है।
कमल विहार ब्रिज
ओवरब्रिज के नीचे अवैध पार्किंग
न्यू-राजेन्द्र नगर से कमल विहार को ओवर ब्रिज जोड़ रहा है। ओवरब्रिज से गािड़यों की आवाजाही बढ़ गई है। धड़ल्ले से लोग ओवर के नीचे गाड़ी पार्क कर रहे हैं। पचपेढ़ीनाका ओवरब्रिज: यातायात विभाग ने बनाया थाना पचपेढ़ी नाका ओवरब्रिज के नीचे बस अड्डा और आटो पार्किंग बन गया है। रायपुर से जगदलपुर, धमतरी और कांकेर जाने वाली बसें यहीं से सवारी चढ़ाना-उतारना करती है। हद तो तब हो गई जब यातायात विभाग ने ओवरब्रिज के नीचे अपना थाना बना लिया है।
सारे कब्जे नियमों के खिलाफ: सचिव
नियमों के अनुसार ओवरब्रिज के नीचे छोड़ी गई खाली जगह पर सभी तरह के निर्माण प्रतिबंधित होते हैं। बिना किसी योजना या अनुमति के यहां कोई निर्माण नहीं हो सकता है। इसके लिए योजना बनाई जा रही है।
–आलोक कटियार, सचिव लोक निर्माण विभाग