बीते दो-तीन महीनों में छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों में ईसाई धर्म प्रचारकों के कई कार्यक्रम रद्द हुए। कोई ईसा मसीह के संदेश जनसभा में लोगों को बताता है। कोई बीमारी ठीक करने का दावा करता है तो कुछ सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जुड़े आयोजन थे जिन्हें तय तारीख से ठीक पहले रद्द कर दिया गया। इन कार्यक्रमों को रद्द करने की मांग कुछ हिंदू संगठनों ने की थी।
छत्तीसगढ़ के जनता कांग्रेस पार्टी के नेता अमित जोगी को इस पर आपत्ति की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए लिखा कि इन सभी मामलों की जानकारी उन्होंने प्रदेश में सरकार के मंत्रियों और भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारीयों को दी, मगर इसके बावजूद कार्यक्रम जबरन रद्द कर दिए गए। अमित जोगी की इन आपत्तियों को भाजपा ने झूठा प्रलाप बताते हुए धर्मांतरण को बढ़ावा न देने की बात कही है!
जानिए जोगी क्या कह रहे अपनी पोस्ट में अमित जोगी ने सबसे पहले लिखा- जय भीम। वो आगे लिखते हैं- दोस्तों, छत्तीसगढ़ में एक ऐसी सरकार बैठी है जिन्होंने ईसाई समुदाय के चंडीगढ़ के प्रचारक भाई बैजेंद्र सिंह को 25 अक्टूबर 2024 को दुर्ग, चेन्नई के प्रचारक भाई दिनाकरण को जगदलपुर में 8-10 नवंबर 2024 और अंबिकापुर में 22 अक्टूबर 2024 में रोमन कैथोलिक चर्च की कर्मा नृत्य प्रतियोगिता को कार्यक्रम के एक महीने पूर्व दी गई प्रशासनिक अनुमति देने के बावजूद अंतिम क्षणों में “हिंदू रक्षा मंच” और “विश्व हिंदू परिषद” की निराधार धर्मांतरण की आपत्ति के कारण अचानक रद्द कर दिया।
तीनों प्रकरणों में हस्तक्षेप करने हेतु मैंने स्वयं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरन देव सिंह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कार्यालय से व्यक्तिगत रूप से आग्रह किया और उन्होंने मुझे सर्वोच्च स्तर- मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष- के आधार पर भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ में “सर्वधर्म सम्भाव” की नीति का कड़ाई से पालन कराया जाएगा एवं किसी भी धर्म की सभा पर प्रशासनिक रोक नहीं लगायी जाएगी। इसके बाद भी कार्यक्रम रद्द होने के तीनों आदेश हर भारतीय नागरिक के बाबा साहब अंबेडकर के संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 मौलिक अधिकारों का सरासर उल्लंघन है। ये सरकार की साम्प्रदायिक मानसिकता को उजागर करती है।
जोगी का प्रलाप शर्मनाक अमित जोगी को इस मामले में जवाब देते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू ने ईसाई प्रचारकों के कार्यक्रम रद्द होने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरणसिंह देव के खिलाफ अनर्गल प्रलाप करने के लिए जोगी कांग्रेस के पूर्व विधायक अमित जोगी पर तीखा हमला बोला है। भाजपा सरकार को साम्प्रदायिक बताने पर साहू ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि यह प्रलाप जोगी कांग्रेस की साम्प्रदायिक मानसिकता का शर्मनाक उदाहरण है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता साहू ने जोगी पर पलटवार करते हुए कहा कि ईसाई मिशनरियों ने छत्तीसगढ़ को अपने धर्मांतरण के एजेंडे के बेहद मुफीद मान रखा है और यहाँ आकर वे भोले-भाले जनजातीय समाज सहित गरीब और जरूरतमंदों का प्रलोभन आदि हथकण्डे अपनाकर जबरिया धर्मांतरण करा रहे थे। कांग्रेस के साम्प्रदायिक तुष्टीकरण के एजेंडे ने इन मिशनरियों को संरक्षण दे रखा था। लेकिन भाजपा इस तरह के जबरिया और प्रलोभन आदि हथकण्डों के जरिए धर्मांतरण की सदैव मुखालफत करती रही है।
साहू ने कहा कि हिन्दू रक्षा मंच और विश्व हिन्दू परिषद ने जनजातीय समाज के अस्तित्व रक्षा तथा सुदूर क्षेत्रों में धर्मांतरण के चलते हो रहे जनसांख्यिकीय असंतुलन से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में उत्पन्न हो रहे खतरों के अलावा जनजातीय समाज में ही बढ़ते जा रहे वर्ग संघर्ष को गंभीरता से लिया है और उस दिशा में कार्यरत है। प्रदेश सरकार इन तमाम पहलुओं पर नजर रखे हुए है ताकि अप्रिय स्थिति न बने। साहू ने कहा कि जोगी ने जिस तरह प्रदेश सरकार की नेकनीयती पर सवाल उठाया है, वह बेहद शर्मनाक है। छत्तीसगढ़ में प्रलोभन आदि के रास्ते जबरिया धर्मांतरण को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह भाजपा की स्पष्ट घोषणा है। भाजपा इसके लिए जरूरी होने पर धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए सरकार के स्तर पर कानून बनाने पर भी काम करेगी।