केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। आज वे बस्तर के गुंडम गांव पहुंचे। इस इलाके को सबसे खूंखार नक्सली हिड़मा का गढ़ माना जाता है। यहां वे गुंडम आधे घंटे तक ग्रामीणों के बीच रहे। इसके अलावा एक स्कूल पहुंचकर बच्चों से भी मिले। शाह ने ग्रामीणों से कहा कि, नक्सलवाद से आपके बच्चों का भविष्य संवर नहीं सकता। मुख्यधारा में जुड़े, नक्सलवाद से दूरी बनाएं। यहां अमित शाह ने ग्रामीणों से महतारी वंदन योजना, बैंक खाते, आधार कार्ड की जानकारी ली। इसके साथ गांव में मूलभूत विकास का वादा भी किया। इस दौरान CM साय, राज्य गृहमंत्री विजय शर्मा भी साथ थे।
बता दें कि यहां नक्सलियों ने सबसे बड़ी शहीदी स्मारक बना रखी है। इनकी कंपनी नंबर-9 भी यहां सक्रिय है। इससे पहले शाह जगदलपुर के अमर वाटिका पहुंचे जहां उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
रायपुर में लेंगे LWE पर बैठक
बस्तर से लौट कर अमित शाह रायपुर में वामपंथी उग्रवाद (LWE) पर बैठक लेंगे। इससे पहले वे कल (15 दिसंबर) बस्तर ओलिंपिक के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि, नक्सलवाद खत्म होने पर यहां कश्मीर से ज्यादा पर्यटक आएंगे। 31 मार्च 2026 के बाद लोग कहेंगे बस्तर बदल गया है। गलत रास्ते पर गए लोग सरेंडर करें, हिंसा करेंगे तो हमारे जवान आपसे निपटेंगे।
इन 2 जगहों पर जाने की चर्चा, जानिए क्यों
- पूवर्ती गांव..हिड़मा यहीं का रहने वाला
बस्तर में जब भी नक्सल का जिक्र होता है तो नक्सली लीडर माड़वी हिड़मा का नाम भी आता है। पुलिस की वांटेड लिस्ट में भी सबसे पहले हिड़मा का ही नाम है। हिड़मा सुकमा जिले के अति संवेदनशील पूवर्ती गांव का रहने वाला है। वर्तमान में ये नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का मेंबर है। इस पर 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का इनाम घोषित है।
कुछ महीने पहले ही हिड़मा के गांव पूवर्ती में उसके घर के नजदीक ही सुरक्षाबलों का कैंप स्थापित किया गया है। पूवर्ती, टेकलगुडेम समेत आस-पास के इलाके को जवानों ने कैप्चर कर लिया है। हर दिन यहां सैकड़ों जवान सर्च ऑपरेशन पर निकलते हैं। ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हिड़मा के गांव जाकर उसके इलाके के लोगों से मुलाकात कर सकते हैं।
- अबूझमाड़…यहां आर्मी कैंप भी स्थापित होना है
अमित शाह नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ भी जा सकते हैं। अबूझमाड़ के गांव में इसलिए क्योंकि इस इलाके को नक्सलियों की राजधानी के नाम से जाना जाता है। यहां कई बड़े कैडर्स के नक्सली हैं। बड़ी बात है कि अबूझमाड़ के इलाके में ही आर्मी का बेस कैंप भी स्थापित किया जाना है।
इस लिहाज से इलाके को करीब से देखने और इंडियन आर्मी के बेस कैंप खोलने को लेकर वे इस इलाके में भी जा सकते हैं। माड़ की जमीनी स्थिति, इलाके के लोगों से मुलाकात कर उनसे चर्चा कर सकते हैं।
राष्ट्रपति पुलिस कलर अवॉर्ड कार्यक्रम में शाह की बड़ी बातें
- नक्सलवाद के खिलाफ ताबूत में अंतिम कील ठोकने की तैयारी
बस्तर दौरे से पहले कल अमित शाह रायपुर में राष्ट्रपति पुलिस कलर अवॉर्ड कार्यक्रम में भी शामिल हुए। शाह ने कहा कि सरकार बदलने के बाद से टॉप 14 नक्सली न्यूट्रलाइज हुए हैं। 4 दशकों में पहली बार नागरिकों और सुरक्षाबलों के मृत्यु के आंकड़े में कमी आई है। पुलिस ने 1 साल में छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों से नक्सलवाद के खिलाफ ताबूत में अंतिम कील ठोकने की तैयारी की है।
- राष्ट्रपति कलर्स सिर्फ एक अलंकरण नहीं, बलिदान का प्रतीक
शाह ने पुलिस से कहा कि राष्ट्रपति कलर्स सिर्फ एक अलंकरण नहीं है, यह बलिदान का प्रतीक है। यह उन चुनौतियों की याद दिलाता है, जिनके साथ आपको दो-दो हाथ करना है। एक अलंकरण के साथ-साथ एक दायित्व भी है। मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ पुलिस का हर जवान इस दायित्व को निभाएगा। अपने फर्ज में कभी भी पीछे नहीं हटेगा।