साइबर अपराधियों का पैसा विदेश भेजने वाले गिरोह के सदस्य संदीप रात्रा व राजवीर सिंह को पुलिस ने बुधवार को रायपुर से गिरफ्तार किया है। दोनों ने पिछले माह ही यहां नई कंपनी रजिस्ट्रेशन कराई है। उन्होंने कंपनी का ऑफिस लालपुर स्थित प्रोग्रेसिव पॉइंट में खोला है। दोनों वहीं बैठते थे। ऑनलाइन ठगी का पैसा विदेश भेजने के लिए ही उन्होंने नई कंपनी खोली थी।
उन्होंने नई कंपनी के नाम से खाता खुलवाना भी शुरू कर दिया था। अब तक तीन खाते खुलवा चुके हैं। 12 खाते खुलवाने के लिए अलग-अलग बैंक में आवेदन किया है। आरोपियों की प्लानिंग ठगी का पैसा यूएस डॉलर, क्रिप्टो करंसी में बदलकर इन खातों के माध्यम से विदेश भेजने की थी। पुलिस ने चार दिन पहले दिल्ली के ठगों पवन सिंह और गगन दीप को पकड़ा था। उनसे मिले इनपुट के आधार पर ही संदीप और राजवीर को पकड़ा। उनके खातों में 429 करोड़ के ट्रांजेक्शन मिला है।
डीएसपी संजय सिंह ने बताया कि संदीप रात्रा (41)दिल्ली का रहने वाला है। वह पूर्व में पकड़े गए पवन और गगन दीप के साथ रायपुर कोटा में किराए के मकान में रहता था। तीनों दिल्ली से ठगी के लिए ही रायपुर आए थे। तीनों ने हीरापुर के राजवीर सिंह (22) को नौकरी पर रखा था। राजवीर को 20 हजार रुपए वेतन देते थे, जबकि तीनों को 50-50 हजार रुपए वेतन और कमीशन मिलता था।
आरोपी ने अपना कारोबार बढ़ाने के लिए संदीप रात्रा के नाम से क्रोमा शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स कंपनी के नाम से रजिस्ट्रेशन करवाया है। इस कंपनी का ऑफिस उन्होंने लालपुर में खोला है। संदीप के साथ राजवीर वहीं बैठता था। आरोपियों ने ओवरसीज बैंक, स्टेट बैंक और यूनियन बैंक में खाता खोला है। इन खातों से फॉरेक्स ट्रेडिंग की तैयारी थी। आरोपियों के खातों की अब तक जांच के दौरान 429 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन मिला है, जो अलग-अलग खाते से होते हुए उन तक आया है।