रायपुर में नए परिसीमन के बाद जिला प्रशासन ने नगर निगम वार्डों की सीटें आरक्षित कर दी हैं। सूत्रों के मुताबिक रायपुर नगर निगम के 70 वार्डों में से 9 वार्ड अनुसूचित जाति (SC) और 3 वार्ड अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हैं। महापौर पद के लिए आरक्षण लॉटरी सिस्टम से ही तय होगा।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार रायपुर के बाकी 58 वार्ड पिछड़ा वर्ग (OBC) और महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जिसके लिए लॉटरी निकाली जाएगी। इनमें से 23 वार्ड ओबीसी वर्ग और 8 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे। जिला प्रशासन के अधिकारी आज (19 दिसंबर) शहीद स्मारक भवन में सुबह 11 बजे वार्डों के सीट आरक्षण की प्रक्रिया शुरू करेंगे।
23 वार्डों में महिलाओं के लिए सीट आरक्षित
नए परिसीमन करने के बाद रायपुर नगर निगम के पूर्व चक्र को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शून्य घोषित कर दिया है। 70 वार्डों में से 23 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए जाएंगे।
इसमें से अनुसूचित जाति के 3, अनुसूचित जनजाति के 1, शेष पिछड़ा वर्ग के 9 और 35 अनारक्षित वार्डों में से 11 अनारक्षित-महिला के लिए आरक्षित किए जाएंगे।
महापौर के आरक्षण में सामान्य की भी रहेगी पर्ची
दरअसल, वार्डों का परिसीमन नए सिरे से हुआ है। रायपुर में पिछले 2 चुनावों से महापौर की सीट सामान्य कोटे में जा रही है। परिसीमन नहीं होता, तो लॉटरी से सामान्य की पर्ची हटा दी जाती, लेकिन अब मेयर आरक्षण के लिए लॉटरी में सामान्य की पर्ची भी रहेगी।
11 लाख 18 हजार मतदाता चुनेंगे शहर सरकार
2025 में होने वाले रायपुर नगर निगम चुनाव में 11 लाख 18 हजार मतदाता शहर सरकार चुनेंगे। पिछले निगम चुनाव में 8.96 लाख वोटर्स थे। पांच साल में 2 लाख 22 हजार यानी करीब 25 प्रतिशत मतदाता बढ़ गए हैं। वोटर्स बढ़ने के कारण इस बार प्रत्याशियों को खासी मेहनत करनी पड़ेगी।
जीतने के लिए उन्हें अधिक मार्जिन की जरूरत पड़ेगी। यानी मुकाबला पिछले चुनाव की तुलना में ज्यादा कठिन होगा।