गजेंद्र, अमर, मूणत व चंद्राकर दौड़ में, इनमें से दो बनेंगे मंत्री, क्षेत्रीय संतुलन से होगा फैसला दिल्ली में हुई संगठन की बैठक के बाद एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि 27 दिसंबर को दो नए मंत्री शपथ ले सकते हैं। हरियाणा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी 13 मंत्री बनाने पर सब एक राय हो गए हैं। ऐसे मेंं एक मंत्री का पद खाली रखा जाएगा। जिसे निगम-पंचायत चुनाव के बाद भरा जा सकता है। दो मंत्रियों में सबसे आगे नाम दुर्ग के गजेंद्र यादव और बिलासपुर के अमर अग्रवाल का चल रहा है।
इसके साथ ही रायपुर से राजेश मूणत और अजय चंद्राकर के नाम की भी चर्चा है। सूत्रों की मानें तो इन चारों में से ही किसी दो नाम फाइनल किया जाएगा। ये चार नाम आलाकमान को भेज गए हैं। हालांकि दिल्ली से लौटकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कैबिनेट विस्तार पर मुस्कुराते हुए कहा, सब होगा, थोड़ा इंतजार कीजिए। दिल्ली में छत्तीसगढ़ प्रदेश की संगठन पर्व की समीक्षा बैठक थी। इसमें राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश एवं प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन की उपस्थिति में यह संपन्न हुई।
नाम के पीछे यह है तर्क
- गजेंद्र यादव– बिहार और यूपी में चुनाव है। वहां यादव समाज को एक संदेश दिया जाएगा। दुर्ग जिले से कोई मंत्री भी नहीं है।
- अमर अग्रवाल– अनुभवी नेता की कमी मंत्रिमंडल में महसूस की जा रही है। वित्त के जानकार होने के बाद दिल्ली के विश्वसनीय है।
- राजेश मूणत– तेज तर्रार मंत्री की कमी है। इससे अल्पसंख्यक समाज को साधा जाएगा। राजधानी से एक मंत्री होना चाहिए।
- अजय चंद्राकर– भूपेश के बाद कुर्मी समाज की राजनीति तेज हो गई है। अनुभवी होने के साथ कुर्मी समाज को भी साधा जा सकता है।