मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल का विस्तार इसी हफ्ते किए जाने के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। भाजपा सूत्रों का दावा है कि मंत्रिमंडल विस्तार 6 या 7 जनवरी को हो सकता है। इसमें रिक्त दो मंत्री के पदों को भरने के साथ-साथ वर्तमान मंत्रियों के विभागों में बड़ा फेरबदल हो सकता है। भाजपा सूत्रों के अलावा राज्य प्रशासनिक सूत्रों का भी कहना है कि कई मंत्रियों के विभागों की फाइल तेजी से मुख्यमंत्री सचिवालय में निपटाई जा रही है। इसे मंत्रिमंडल में फेरबदल से जोड़कर देखा जा रहा है। दूसरी ओर संसदीय सचिवों की नियुक्ति को लेकर भी खबरें मिलनी शुरू हो गई है। उल्लेखनीय है कि राज्य मंत्रिमंडल में मंत्री के दो पद रिक्त हैं, जिसे भरने की कवायद लंबे समय से चल रही है। पहले लोकसभा चुनाव 2024 के बाद रिक्त दो पदों पर भरने के संकेत मिले थे, किंतु लोकसभा चुनाव के नतीजे के 9 महीने बीत जाने के बाद भी नियुक्ति नहीं हो पाई। दो मंत्री पद को भरने के लिए प्रदेश भाजपा ने लंबा मंथन किया। रायपुर से लेकर दिल्ली तक कई दौर की बैठकें हुई, किंतु भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल विस्तार के मसले पर अब जाकर हरी झंडी दी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय नववर्ष में राजभवन जाकर राज्यपाल रमेन डेका से भी मुलाकात कर चुके हैं। तब से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें और तेज हुई हैं।
मंत्री पद की दौड़ में कई चेहरे
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल में दो नए चेहरे को लेकर एक दर्जन विधायकों की दावेदारी नजर आ रही है। वैसे शुरू से खबरें मिल रही हैं कि रायपुर और बस्तर से एक-एक मंत्री बनाये जाएंगे। वहीं खराब परफार्मेंस वाले कुछ मंत्रियों को हटाया भी जा सकता है। ऐसे में जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन के मुताबिक निर्णय लिए जाने की जानकारी मिली थी, किंतु ऐसा कुछ नहीं होता नजर नहीं आ रहा है। संभवतः इस बार भी भाजपा कोई चौंकाने वाला चेहरा मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है। वहीं कुछ मंत्रियों की छुट्टी कर सकती है, क्योंकि दिल्ली आलाकमान ने जो अधिकार राज्य भाजपा संगठन को दिये हैं। उसके मुताबिक परफार्मेंस के आधार पर कभी भी बदलाव किया जा सकता है, जो आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगा। बहरहाल जिन भाजपा विधायकों को मंत्री बनाए जाने की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, उसमें किरणदेव, लता उसेंडी, अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत, गजेंद्र यादव, संपत अग्रवाल, योगेश्वर राजू सिन्हा जैसे नाम शामिल हैं।
दो मंत्रियों को हटाने चार नए चेहरे लाने की भी चर्चा
इसी तरह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत भाजपा के आला नेता गत दिनों दो बार दिल्ली गए थे, जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष के साथ बैठक की। भाजपा दिल्ली सूत्रों की मानें तो इस बैठक में स्पष्ट निर्देश मिला कि मंत्रिमंडल विस्तार राज्य का विषय है। राज्य भाजपा का संगठन सत्ता के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करेगा, लेकिन राज्य संगठन को इतना अधिकार है कि वह जिसे चाहे मंत्रिमंडल से हटा सकता है और मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव कर सकता है। भाजपा सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक दो नए मंत्री ही बनाए जाएंगे। शेष वर्तमान मंत्रियों के विभागों में फेरबदल होगा। भाजपा का एक खेमा दो मंत्रियों को हटाकर 4 मंत्री बनाए जाने का दावा कर रहा है, जिसके चलते भाजपा विधायकों में कौतूहल बना हुआ है।