छतीसगढ़ में बस्तर जिले के पाथरी गांव के पंचायत सचिव लखीराम देवांगन को निलंबित कर दिया गया है। जिला पंचायत CEO को शिकायत मिली थी कि वे 6-6 महीने तक गांव में नहीं आते हैं। शासन की योजनाओं का लाभ देने कोई भी काम नहीं कर रहे। जिसके बाद CEO प्रतीक जैन ने भी खुद संपर्क करने की कोशिश की। जवाब नहीं आया तो लापरवाही बरतने के चलते एक्शन लिया और उन्हें निलंबित कर दिया।
बताया जा रहा है कि मामला जिले के बकावंड ब्लॉक का है। जिला पंचायत CEO प्रतीक जैन ब्लॉक का भ्रमण करने के लिए गए हुए थे। वे पाथरी गांव पहुंचे थे। यहां सरपंच और अन्य पंचायत पदाधिकारी ने शिकायत की थी कि लखीराम देवांगन मुख्यालय में नहीं रहकर ग्राम पंचायत पाथरी से दूर स्थित दूसरे गांव में रहते हैं।
6-6 महीने तक गांव नहीं आते थे
वे 6-6 महीने तक गांव नहीं आते। कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते। वहीं जिला पंचायत CEO ने उनसे फोन कर संपर्क करने का प्रयास किया पर उनका मोबाइल स्विच ऑफ था। कई दिनों तक फोन नहीं उठाया। वहीं ग्राम पंचायत के विकास और जनहित के कामों में कोई दिलचस्पी नहीं ली।
SDM का आदेश भी नहीं माना
सरकार की योजनाओं से संबंधित सर्वे में SDM के आदेश करने के बाद भी सचिव ने पाथरी में अपनी उपस्थिति नहीं दी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची और ग्राम सभा की बैठकों, आयुष्मान कार्ड के शिविरों में उपस्थित नहीं हुए। इसलिए उनपर निलंबन की कार्रवाई की गई है।