रायगढ़ के धान खरीदी केन्द्र में फिर पहुंचा हाथी :डेढ़ महीने में 8वीं बार आया, अब तक 50 बोरी धान कर चुका है बर्बाद…!!

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छत्तीसगढ़ के रायगढ़ रेंज के बंगुरसिया धान खरीदी केन्द्र में हाथी घुस गया। रात के करीब साढ़े 9 बजे जंगल से निकलकर हाथी धान खरीदी केन्द्र पहुंचा। इसकी जानकारी वन अमले को दी गई।जिसके बाद उसे खदेड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन कभी वह बस्ती तो कभी वापस धान खरीद केन्द्र में पहुंच जाता।

बंगुरसिया धान खरीदी केन्द्र में लगभग धान उठाव हो गया था, लेकिन एक ट्रक यहां धान अभी बचा है। ऐसे में गुरुवार की रात को हाथी जंगल से निकलकर यहां आया। उसके बाद उसने एक बोरी धान फैलाया और कुछ मात्रा में खाया। उसे भगाने के लिए ग्रामीण और वन अमला मौके पर था, लेकिन रात करीब साढ़े 12 बजे हाथी यहीं रहा। इसके बाद यहां से निकलकर पास के बरझरिया पारा बस्ती में आ गया।

बस्ती की सड़कों पर हाथी काफी देर खड़ा होने के बाद वहां से निकलकर रात में तकरीबन डेढ़ बजे फिर से धान खरीदी केन्द्र में पहुंच गया और यहां 2 बोरा धान के बोरे को फाड़कर फिर से धान खाने और फैलाने लगा। बताया जा रहा है कि सुबह करीब साढ़े 5 बजे तक हाथी यहीं रहा और उसके बाद धीरे-धीरे जंगल की ओर चला गया।

50 बोरा धान को कर चुका नुकसान

बंगुरसिया धान खरीदी केन्द्र जंगल से लगा हुआ है। बताया जा रहा है कि जंगल से निकलकर हाथी इस केन्द्र तक पहुंचते हैं। धान खरीदी शुरू होने के बाद से लगभग डेढ़ माह में गुरुवार रात को 8वीं बार हाथी यहां पहुंचा। अब तक 50 बोरा धान को नुकसान कर चुका है।

विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि धान खरीदी केन्द्र में हाथी धान के बोरे को फाड़कर गिराते और फैलाते ज्यादा है। इसी से नुकसान होता है। देखा गया है कि कई बार धान के बोरे को हाथी सूंड से फेंक-फेंककर जंगल ले जाते हैं और वहां भी फैला देते हैं।

26 हाथी कर रहे विचरण

विभागीय रिकॉर्ड के अनुसार रायगढ़ वन मंडल में 26 हाथी का दल विचरण कर रहा है। इसमें बंगुरसिया पश्चिम में 18, बंगुरसिया पूर्व में 1 और कांटाझरिया पूर्व में 7 हाथी विचरण कर रहे हैं। इसमें 10 नर, 10 मादा और 6 शावक शामिल हैं।

हाथियों पर रख रहे नजर

इस संबंध में रायगढ़ रेंजर हेमलाल जायसवाल ने बताया कि हाथियों पर लगातार नजर रख रहे हैं। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। बंगुरसिया और जुनवानी सर्किल में हाथियों की मौजूदगी है।

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