अनुपम नगर डकैती कांड में पुलिस को अहम क्लू मिला है। फौजी वर्दी में डकैत जिस बिना नंबर की कार में वारदात करने पहुंचे थे, उसका नंबर पुलिस को मिल गया है। आरटीओ से कार मालिक की जानकारी निकालकर शक के आधार पर कुछ संदिग्धों को भिलाई-दुर्ग व नागपुर से हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलिस को शक है कि डकैती में पीड़ित परिवार के करीबियों का हाथ है। क्योंकि परिवार के करीबियों को ही पता था कि मनोहरा वेल्लू के घर पर प्रॉपर्टी बेचने से मिले 60 लाख कैश रखे हैं। पुलिस की जांच प्रॉपर्टी विवाद और पैसों के लेन-देन में टिकी है। प्रॉपर्टी की बिक्री में हिस्से-बंटवारे का विवाद सामने आया है। पुलिस को शक है कि प्रॉपर्टी या पैसों के विवाद पर ही किसी करीबी ने वारदात की साजिश रची है।
डकैती के लिए सुपारी दी गई है। पुलिस को उलझाने के लिए डकैती में शामिल होने वालों को मिलिट्री वर्दी पहनाई गई। वारदात के दौरान उनसे लाल सलाम के नारे लगवाना भी उसी प्लानिंग का नतीजा था। ताकि पुलिस नक्सली कनेक्शन खंगालने में उलझ जाए।
पुलिस की टीमें रायपुर और दुर्ग-भिलाई में जहां जहां फौजी वदीं की बिक्री होती है उन दुकानों में जांच कर रही है। कुछ महीनों के दौरान वदीं खरीदने वालों की सूची मांगी गई है। एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह बुधवार को घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने मनोहरा वेल्लू (70) और उनकी दोनों बहन प्रेमा व रजनी से करीब एक घंटे बातचीत की। उनकी पारिवारिक पृष्ठ भूमि से लेकर प्रॉपर्टी की जानकारी ली।
तीन साल पहले बेची जमीन मनोहरा वेल्लू ने पुलिस को बताया है कि उनके परिवार में 6 बहनें और दो भाई थे। एक भाई इस दुनिया में नहीं है। चार बहनों की शादी हो गई। दो बहनें उनके साथ रहती हैं। उनके पिता सेना में मेजर थे। उनकी मंदिर हसौद बहना काड़ी इलाके में पांच एकड़ जमीन है।
उसमें तीन एकड़ जमीन उन्होंने तीन पहले 90 लाख एकड़ के साल करोड़ 70 लाख रुपई में बसाव कमलेश शुक्ला को बेची है। अभी वे किराए के मकान में रहते हैं। इसलिए अनुपम नगर में उन्होंने डेढ़ करोड़ का मकान खरीदा है। उसके रिनोवेशन का काम चल रहा है। जमीन खरीदी के दौरान दिया गया चेक बाउंस हो गया था। बाद में वह पैसा उन्हें मिल गया।
फिल्मी स्टाइल में डकैती पुलिस का दावा है वारदात करने वालों नै पहले रेकी की थी। पुलिस को चकमा देने के लिए डकैत बिना नंबर की सफेद रंग की कार में आए हैं। पुलिस ने फुटेज के आधार पर जो ट्रेस किया है। डकैत करीब 20 मिनट भीतर रहे। इस दौरान तीनों बुजुर्गों को काबू करने के अलावा 60 लाख कैश और जेवर लेकर निकल गए। उनकी कार रिंग रोड-1 से महादेव घाट होकर अम्लेश्वर पहुंची। वहां 2 लोगों अम्लेश्वर में 2 लोगों को उतारकर ।