कला का मुख्य उद्देश्य भावनाओं व विचारों की अभिव्यक्ति है। कला सीखने या सिखाने में कभी भाषा या बोली बाधा नहीं बन सकती। यूरोपीय राष्ट्र टर्की की मिस नेटली व कांकेर जिले के आतुरगांव स्कूल के छात्रों ने इसे चरितार्थ किया। स्वच्छता मिशन के तहत एक ऑनलाइन वर्कशाप में चर्चा के दौरान छात्रों ने मिस नेटली के समक्ष पेंटिंग सीखने की इच्छा जाहिर की।
मिस नेटली ने ऑनलाइन पेंटिंग सिखाने का प्रस्ताव रखा और 5 दिसंबर से हर शुक्रवार दोपहर 3 से 4 बजे तक छात्रों को पेंटिंग सीखा रही हैं।
दो महीने पहले स्वच्छता मिशन के तहत वाटर हेड इंडिया जल संरक्षण और हेल्थ व हाइजीन पर आयोजित एक वर्कशाप में टर्की की मिस नेटली आतुरगांव स्कूल के छात्रों से चर्चा करते उन्हें जागरूक कर रही थीं। इसी दौरान कुछ छात्रों ने पेंटिंग सीखने इच्छा जाहिर की। बड़ी बाधा थी, जिसको स्कूल की व्याख्याता हेमलता वर्मा ने भाषा का समाधान किया।
हेमलता वर्मा मिस नेटली व आतुरगांव के छात्रों के बीच दुभाषिए का रोल अदा कर रही हैं। मिस नेटली अंग्रेजी में जो कहती हैं, उसे छात्रों को हिंदी में समझाती हैं और छात्र हिंदी में जो कहते हैं, उसे ट्रांसलेट कर मिस नेटली को अंग्रेजी में बताती हैं। पिछले 6 सप्ताह से हर शुक्रवार छात्र नियमित रूप से ऑनलाइन पेंटिंग सीख रहे हैं।
ऑनलाइन पेंटिंग क्लास में उपस्थिति शत प्रतिशत रहती है। वर्तमान में कक्षा 9वीं व 11वीं के 20 छात्र पेंटिंग सीख रहे हैं। लगातार पेंटिग सीखने व अभ्यास से छात्रों में निपुणता आ रही है। सबसे बड़ी बात छात्र इस ऑनलाइन पेंटिंग क्लास से जुड़कर बेहद खुश नजर आते हैं। पेंटिंग के अलावा मिस नेटली ऑनलाइन क्लास के दौरान छात्रों के पर्सनालिटी डेवलपमेंट करने भी टिप्स देती हैं।
अमेरिका, बार्सिलोना के छात्रों को भी ऑनलाइन पेंटिंग सिखा चुकी
एनजीओ से जुड़ी मिस नेटली स्वयं पेंटिंग की एक अच्छी कलाकार हैं। आतुरगांव के छात्रों से पहले मिस नेटली अमेरिका तथा बार्सिलोना के छात्रों को भी ऑनलाइन पेंटिंग सीखा चुकी हैं। आतुरगांव हायर सेकेंड्री स्कूल प्राचार्य संजीत श्रीवास्तव ने कहा स्कूल के छात्रों के लिए ऑनलाइन पेंटिंग क्लास एक नवाचारी मंच है। छात्र पेंटिंग की बारीकियां सीख रहे हैं। ऑनलाइन क्लास से जुड़ने के बाद छात्रों की कला में निपुणता आई है।