शराब घोटाला:ईडी का समन- सुकमा व कोंटा में जमीन और बिल्डिंग के लिए कहां से आया फंड…!!

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छत्तीसगढ़ के चर्चित 2161 करोड़ के शराब घोटाले की जांच की आंच प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन तक पहुंच गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम मंगलवार दोपहर राजीव भवन पहुंची। यहां ईडी के दो अफसरों ने कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू के बारे में पूछा। प्रभारी महामंत्री कहां हैं? वे उस समय कार्यालय में नहीं थे।

कार्यालय से उन्हें फोन किया गया। गैदू कुछ ही देर में कार्यालय पहुंच गए। अधिकारियों ने उन्हें समन दिया और 27 फरवरी को ईडी दफ्तर में उपस्थित होने कहा गया है। उन्होंने सुकमा और कोंटा में बने राजीव भवन की जमीन खरीदी व निर्माण के संबंध में जानकारी मांगी है। जमीन की खरीदी कब हुई है? निर्माण के लिए किसे ठेका दिया गया था?

ईडी ने ये भी पूछा है कि इसमें कितने का अतिरिक्त खर्च हुआ है? खरीदी और निर्माण के लिए फंड कहां से आया? पैसों का सोर्स क्या था? इसका प्रदेश महामंत्री से जवाब मांगा गया है। इस पर महामंत्री गैदू का कहना है कि सुकमा राजीव भवन का निर्माण और उद्घाटन हो चुका था।

इसके बाद उन्होंने प्रभारी महामंत्री की जिम्मेदारी संभाली है। इसलिए उन्हें हिसाब किताब कि कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने समन का जवाब देने के लिए ईडी से सप्ताह भर का समय मांगा है। उनका कहना है कि दो दिन का समय काफी कम है। जानकारी निकालने में समय लगेगा।

पूर्व सीएम का निशाना: पाई-पाई का हिसाब देंगे, क्या ईडी 150 करोड़ रुपए के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर का हिसाब लेगी

कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में ईडी के घुसने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्रीय एजेंसी भाजपा के इशारे में कार्रवाई कर रही है। ईडी अपनी सीमा लांघ रही है। कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में ईडी का जाना और समंस देना आपत्तिजनक है। सुकमा-कोंटा का जिला कार्यालय बनाने में खर्च हुए एक-एक पैसे का हिसाब कांग्रेस देगी।

15 साल विपक्ष में रहने के दौरान कार्यकर्ताओं और जनता के सहयोग से कांग्रेस ने राजीव भवन बनाया था। जन सहयोग से कांग्रेस भवन बनाना कांग्रेस की परंपरा रही है। ईडी में साहस है तो वह भाजपा के 150 करोड़ की लागत से बने भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे का हिसाब ले। उसके लिए फंड कहां से आया।

एकात्म परिसर की जमीन राजनैतिक दल के कार्यालय के लिए भाजपा ने 1 रू. में हासिल किया था। एकात्म परिसर को व्यवसायिक कांप्लेक्स में तब्दील कर दिया गया जहां से 1.5 करोड़ किराया भाजपा वसूलती है।

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