छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) के 12वीं बोर्ड के एग्जाम आज से शुरू हो गए हैं। पहला पेपर हिंदी का है। परीक्षा सुबह 9 बजे से शुरू हुई, जो 12.15 बजे तक चलेगी। इस बार 2 लाख 40 हजार 341 स्टूडेंट्स 12वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहे हैं।
वहीं बिलासपुर में एग्जाम से 24 घंटे पहले ही 36 छात्रों का एडमिट कार्ड निरस्त कर दिया गया। सभी तिलक नगर स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम हायर सेकेंडरी स्कूल के स्टूडेंट्स हैं। बोर्ड ने 75% से कम अटेंडेंस का हवाला दिया है। घटना की जनकारी मिलते ही शुक्रवार को स्टूडेंट और परिजन स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया।
क्ववेश्चन पेपर पढ़ने 5 मिनट का अतिरिक्त समय
सुबह 9 बजे तक स्टूडेंट क्लास रूम में पहुंचे। 9 बजकर 5 मिनट में आंसर-शीट दी गई। 09.10 बजे प्रश्न पत्र दिया गया। क्वेश्चन पेपर पढ़ने के लिए 5 मिनट का अलग समय दिया गया। स्टूडेंट्स ने 9.15 बजे से आंसर शीट में आंसर लिखना शुरू किया।
एग्जाम सेंटर में सुबह पहुंचे क्वेश्चन पेपर
परीक्षा सामग्रियां सभी परीक्षा केन्द्रों में सुबह पहुंची। गोपनीय सामग्रियां सुरक्षा के लिहाज से संबंधित क्षेत्र के थानों में रखी गई थी। इसे सुबह ही एग्जाम सेंटर लाया गया। वहीं 10 वीं की परीक्षा 3 मार्च से शुरू होगी। 10वीं का भी पहला पेपर हिंदी होगा।
लापरवाही पर ये होंगे जिम्मेदार
- केंद्र अध्यक्षों को पहले ही दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि अगर परीक्षा के दौरान कोई चूक होती है, तो संबंधित केन्द्राध्यक्ष पर कार्रवाई होगी।
- पर्यवेक्षक ड्यूटी में विषय से जुड़े शिक्षकों को शामिल नहीं किया जाएगा। अगर आकस्मिक निरीक्षण में ऐसा पाया गया, तो केन्द्राध्यक्ष, सहायक केन्द्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक पर कड़ी कार्रवाई होगी।
- रोल नंबर या विषय में गलती करने वाले परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा, और पर्यवेक्षक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
दूसरे राज्यों में AI से नकल का भी मामला सामने आया
CBSE की बोर्ड परीक्षाएं जारी है। इस दौरान गुजरात के सूरत में AI एप से नकल करने का हाईटेक मामला सामने आया है। वैसे तो पढ़ाई करने या नोट्स बनाने के लिए CHAT GPT जैसे AI टूल्स का इस्तेमाल होता है, लेकिन सूरत में 2 स्टूडेंट्स इससे नकल करते पाए गए। 2 छात्रों को दो साल के लिए बैन कर दिया गया है।
वहीं यूपी में नकल रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जियो-फेंसिंग और सीसीटीवी कैमरों के इंतजाम किए गए हैं। पिछले कुछ सालों से छत्तीसगढ़ बोर्ड में नकल प्रकरण लगातार कम हुए हैं। हालांकि इस बार हाईटेक नकलचियों को पकड़ना चुनौती होगा।
नहीं होंगी सप्लीमेंट्री परीक्षा
CG बोर्ड के तहत 10वीं-12वीं में सप्लीमेंट्री परीक्षा नहीं होगी। पिछले साल से 2 मुख्य परीक्षा आयोजित की जा रही है। नियमों के मुताबिक, जो किसी विषय में फेल हुए हैं वो सेकंड चांस बोर्ड एग्जाम में बैठ सकते हैं।
इसके अलावा वो छात्र जो पास हो चुके हैं लेकिन अपने नंबर से नाखुश हो तो वह भी श्रेणी सुधार के लिए द्वितीय परीक्षा दे सकते हैं। एक विषय, दो विषय या इससे अधिक विषय में वे शामिल होने के पात्र हैं।
द्वितीय परीक्षा में नंबर बढ़ते हैं तो इसके अनुसार रिजल्ट जारी होगा। अंकों में सुधार नहीं होने पर पहली ही मार्क-शीट मान्य होगी।