दिल के मरीज सतर्क हो जाएं, सर्दियों में हार्ट अटैक और ब्रेन हैमरेज की संभावना ज्यादा; बचाव ऐसे करें…!

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ठंडे मौसम में ब्लड प्लेट्लेट्स ज्यादा सक्रिय और चिपचिपे होते हैं। इसलिए रक्त के थक्के जमने की आशंका भी बढ़ जाती है। इसलिए इस मौसम में दिल और उच्च रक्तचाप के रोगियों को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। आहार को बनाए सुपाच्य अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. कुमकुम ने बताया कि ठंड बढ़ने के कारण बुजुर्गों को खुद रक्तचाप को नियंत्रित रखने की कोशिश रखनी चाहिए।

नवंबर के अंत के साथ तापमान में भी गिरावट आई है। सर्द हवाओं के साथ ठिठुरन भी बढ़ रही है। इसके साथ ही दिल के मरीजों एवं सांस की बीमारियों से ग्रसित मरीजों की मुश्किलें भी बढ़ रही है।

ठंड जहां एक तरफ खांसी बुखार, जुकाम, रूखी त्वचा, एलर्जी जैसी सामान्य स्वास्थ्य समस्या आम है। वहीं, इस मौसम में रक्त चाप बढ़ने के साथ दिल की धमनियां भी सिकुड़ जाती हैं, जिससे दिल में रक्त और आक्सीजन का संचार कम होने लगता है।

ठंडे मौसम में ब्लड प्लेट्लेट्स ज्यादा सक्रिय और चिपचिपे होते हैं। इसलिए रक्त के थक्के जमने की आशंका भी बढ़ जाती है। इसलिए इस मौसम में दिल और उच्च रक्तचाप के रोगियों को अपना खास ख्याल रखना चाहिए।

ठंड में हृदयाघात की संभावनाएं अधिक

आहार को बनाए सुपाच्य अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. कुमकुम ने बताया कि ठंड बढ़ने के कारण बीपी व दिल के रोग वाले लोगों और बुजुर्गों को खुद रक्तचाप को नियंत्रित रखने की कोशिश रखनी चाहिए।

उम्र ज्यादा हो जाने के कारण बीमारी से लड़ने की शारीरिक क्षमता कम हो जाती है और ठंड का सीधा असर बुजुर्गों के शरीर पर पड़ता है। इसलिए उन्हें खानपान में बहुत अधिक तेल मसाले वाले खाने की जगह हल्का व पौष्टिक खाना लेना चाहिए।

हरी सब्जी, दाल व रोटी का अधिक इस्तेमाल किया जाना चाहिए। आहार में विटामिन सी वाले फल, अखरोट, तुलसी और हल्दी दूध भी शामिल करें. सब्जियों में एंटीआक्सीडेंट रक्त परिसंचरण में मददगार होते हैं। समय समय पर चिकन व अंडा को भी खाना में शामिल करें।

घर के सदस्यों को उनके खाने पीने में हरी सब्जी या चिकन आदि के सूप समय समय पर दें। इस समय अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को जोड़ों का दर्द बहुत परेशान करता है। इसलिए उन्हें ग्रीन टी या अदरक की चाय दें। यह कोलेस्ट्राल कम करता है और हड्डियों को क्रियाशील बनाये रखता है।

मधुमेह से भी करें बचाव

डा. कुमकुम ने कहा कि सर्दियों में मधुमेह के मरीजों की परेशानी भी बढ़ जाती है। लोग पानी कम पीते हैं और उनकी शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है।

इसकी वजह से शुगर लेवल बढ़ जाता है। इसलिए सर्दियों में उचित मात्रा में धूप सेंक कर विटामिन डी के साथ संतुलित व पौष्टिक भोजन लेना बेहद जरूरी है जो मधुमेह या ऐसी समस्याओं की आशंका को काफी कम कर देते हैं।

योग से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाएं

जिन घरों में बुजुर्ग, अस्थमा य दिल के मरीज हों वहां सभी दवाओं तथा इन्हेलर हमेशा उपलब्ध रखें। ताकि आपातकालीन परिस्थितियों या अचानक रक्तचाप बढ़ जाने या कम जाने अथवा सांस लेने में परेशानी की परिस्थितियों को नियंत्रित किया जा सके।

इसके अलावा गुनगुना पानी पीयें और शरीर को हाइड्रेटेट रखें। गर्म कपड़े पहनें व सामान्य योग व्यायाम व शारीरिक गतिविधि द्वारा से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रखें।

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