पुनर्लिखित एवं विस्तारित हिंदी संस्करण:
छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर सीबीआई (CBI) के छापे को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। इस कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस ने बीजापुर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार का पुतला फूंका और सीबीआई जैसी संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
बीजापुर में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस कार्रवाई को राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताते हुए बीजेपी सरकार की निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को डराने और दबाने के लिए किया जा रहा है।
विधायक विक्रम मंडावी का बयान:
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सीबीआई के छापे को बताया राजनीतिक साजिश
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छत्तीसगढ़िया नेतृत्व को दबाने की कोशिश का आरोप
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बीजेपी सरकार पर उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप
विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि यह छापा सीबीआई का दुरुपयोग है और इसका मकसद छत्तीसगढ़ के स्थानीय नेतृत्व को डराना और दबाना है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री कवासी लखमा को झूठे आरोपों में फंसाया गया था, और अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ ED और CBI जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ में राजनीतिक विरोधियों पर झूठे केस बना रही है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि भाजपा सरकार के पास जनता के लिए कोई ठोस उपलब्धि नहीं है, इसलिए वह सीबीआई जैसी संस्थाओं का इस्तेमाल कर विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
मुख्य बिंदु:
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सीबीआई के छापे के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन
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बीजेपी सरकार पर संवैधानिक एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप
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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधायक देवेंद्र यादव के घर छापा
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विधायक विक्रम मंडावी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया
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सरकार के पास जनता के लिए कोई ठोस उपलब्धि नहीं
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विरोधियों को निशाना बनाकर माहौल तैयार करने की कोशिश
सरकार की मंशा पर सवाल
कांग्रेस का मानना है कि 15 महीने की विष्णु देव सरकार ने अब तक कोई बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं की है। जनता को असली मुद्दों से भटकाने के लिए इस तरह की कार्रवाइयों को अंजाम दिया जा रहा है। पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि सरकार कार्रवाई कर रही है, जबकि असल में यह विपक्षी नेताओं को दबाने की साजिश है।
कांग्रेस का अगला कदम:
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कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को और ज्यादा आक्रामक तरीके से उठाने की योजना बना रही है।
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राज्यभर में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे और केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया जाएगा।
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लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं की रक्षा के लिए लड़ाई जारी रखने की घोषणा।
निष्कर्ष
सीबीआई के छापे के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दे रही है, जबकि भाजपा इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बता रही है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है, क्योंकि कांग्रेस इसे जनता के सामने लेकर जाने की तैयारी में है।