महादेव एप मामले पर भूपेश बघेल का बड़ा आरोप: सरकार व्हिसल ब्लोअर को ही पकड़ रही

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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भाजपा पर हमला

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महादेव एप घोटाले को लेकर भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब महादेव एप के खिलाफ पहली कार्रवाई हमने की थी।

राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि 2022 में महादेव एप के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद 74 मामले दर्ज हुए, 200 से अधिक गिरफ्तारियां हुईं और 2000 से ज्यादा बैंक खाते सीज किए गए।

उन्होंने यह भी दावा किया कि गूगल प्ले स्टोर से महादेव एप को हटवाने का काम भी कांग्रेस सरकार ने ही किया था।


भूपेश बघेल ने रखे कुछ अहम तथ्य

✅ कांग्रेस सरकार के दौरान ही 2022 में महादेव एप के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई।
✅ 200 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी, 74 एफआईआर और 2000 से ज्यादा बैंक खाते सीज हुए।
✅ महादेव एप संचालकों को गिरफ्तार करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा गया।
✅ जून 2023 में गृह मंत्रालय ने लुकआउट नोटिस जारी किया।
✅ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर ऑनलाइन सट्टे पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई।
✅ इसके बावजूद ईडी ने कांग्रेस नेताओं को ही निशाना बनाया और भाजपा सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।


महादेव एप के संचालकों ने ली वानुआतु की नागरिकता, भारत सरकार ने कुछ नहीं किया

भूपेश बघेल ने महादेव एप के दो मुख्य संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पर भी बड़ा खुलासा किया।

उन्होंने कहा कि इन दोनों ने टैक्स हैवन कहे जाने वाले देश वानुआतु की नागरिकता ले ली है।

✅ वानुआतु और भारत के बीच कोई प्रत्यार्पण संधि नहीं है, इसलिए सरकार इन्हें भारत नहीं ला सकती।
✅ आरटीआई के जरिए मिली जानकारी के अनुसार, दुबई स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास इन दोनों की गिरफ्तारी को लेकर कोई दस्तावेज नहीं है।
✅ भाजपा सरकार ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया, जबकि ललित मोदी की नागरिकता रोकने के लिए भारत सरकार ने तुरंत हस्तक्षेप किया था।


भूपेश बघेल ने भाजपा पर साधा निशाना

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने ईडी और अन्य जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया और कांग्रेस नेताओं को फंसाने की साजिश रची।

उन्होंने यह भी बताया कि 2 नवंबर 2023 को रायपुर में भाजपा के एक पूर्व मंत्री के भाई की कार से करोड़ों रुपये बरामद हुए, लेकिन इसके बाद भी ईडी ने सारा दोष कांग्रेस नेताओं पर मढ़ दिया।

✅ 5 नवंबर को चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने एक वीडियो जारी कर भूपेश बघेल पर आरोप लगाए।
✅ भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार और ओएसडी के घर पर भी ईडी ने छापा मारा।


भाजपा का पलटवार

भाजपा ने भूपेश बघेल के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि यदि कांग्रेस की नीयत साफ थी, तो उन्होंने महादेव एप मामले की जांच सीबीआई को क्यों नहीं सौंपी?

भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में सीबीआई को प्रतिबंधित कर दिया था, लेकिन अब वे खुद सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।

प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा:
कांग्रेस खुद विधानसभा में भारतमाला प्रोजेक्ट की जांच सीबीआई से करवाना चाहती थी।
अब जब सीबीआई आ गई है, तो कांग्रेस नेता घबरा रहे हैं।


भूपेश बघेल का दावा: मेरे खिलाफ रचा गया षड्यंत्र

पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि मेरे अनुपस्थिति में मेरे सरकारी निवास पर सीबीआई की छापेमारी की गई।

✅ ना तो इसकी कोई पूर्व सूचना दी गई, ना ही मेरी सहमति ली गई।
✅ मेरे घर के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देखा कि सीबीआई की टीम बड़े बैग लेकर जा रही थी, लेकिन उन बैगों की जांच नहीं करने दी गई।
✅ सीबीआई ने मीडिया को दिखाने के लिए छत पर मेटल डिटेक्टर का नाटक किया।

उन्होंने इसे भाजपा सरकार द्वारा रचा गया षड्यंत्र करार दिया।


निष्कर्ष

✅ महादेव एप घोटाले पर कांग्रेस सरकार ने सबसे पहले कार्रवाई की थी।
✅ भाजपा सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
✅ महादेव एप के संचालक वानुआतु में आराम से रह रहे हैं, लेकिन भारत सरकार उन पर कार्रवाई नहीं कर रही।
✅ भाजपा सरकार ने जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया।
✅ सीबीआई की छापेमारी भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फंसाने की साजिश का हिस्सा थी।

महादेव एप घोटाले को लेकर राजनीति अब और तेज होती दिख रही है। देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है।

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