लखबीर सिंह रोडे खालिस्तान की मांग को लेकर हिंसा फैलाने वाले जरनैल सिंह भिंडरवाले का भतीजा था। उसने पाकिस्तान में अपना ठिकाना बना लिया था और आईएसआई जैसी एजेंसियों की मदद से भारत विरोधी एजेंडा चलाता था।
पाकिस्तान में भारत के एक और दुश्मन की मौत हो गई है। पाकिस्तान से प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स चलाने वाले लखबीर सिंह रोडे के निधन की खबर है। वह इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का भी संचालन करता था। लखबीर की उम्र 72 साल थी। वह खालिस्तान की मांग को लेकर हिंसा फैलाने वाले जरनैल सिंह भिंडरवाले का भतीजा था। उसने पाकिस्तान में अपना ठिकाना बना लिया था और आईएसआई जैसी एजेंसियों की मदद से भारत विरोधी एजेंडा चलाता था। भारत ने उसे UAPA के तहत वॉन्टेड आतंकी घोषित किया था। लंबे समय से वह पाकिस्तान में ही बसा हुआ था।
जरनैल सिंह भिंडरावाले रोडे गांव का ही रहने वाला था। लखबीर सिंह ने अपने नाम के साथ ही गांव का नाम भी जोड़ लिया थ। लखबीर सिंह रोडे की मौत की पुष्टि की उसके भाई और अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने भी की है। जसबीर सिंह रोडे के मुताबिक पाकिस्तान में लखबीर का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है। इस तरह इस साल पाकिस्तान में अब तक दो खालिस्तानी मौत का शिकार हो चुके हैं। 6 मई 2023 को खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजावर की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
वह खालिस्तानी कमांडो फोर्स नाम के संगठन को चलाता था। उसके अलावा अब तक पाकिस्तान में लश्कर के भी कई आतंकियों को मारा जा चुका है। अब तक यह साफ नहीं है कि इन लोगों को चुन-चुनकर कौन मार रहा है। पाकिस्तानी एजेंसियों ने इन हत्याओं को आतंकी हरकत करार दिया है, लेकिन यह कहने से भी इनकार किया है कि इनके पीछे कौन है। हालांकि भारत के लिए यह राहत की बात है कि खालिस्तान समेत लश्कर के कई आतंकी बीते 6 महीने में ढेर हो चुके हैं। बता दें कि लखबीर सिंह रोडे का निधन प्राकृतिक कारणों से हुआ है।
अमृतपाल सिंह से भी रहा है लखबीर सिंह रोडे का कनेक्शन
लखबीर सिंह रोडे का अमृतपाल सिंह से भी कनेक्शन रहा था। अमृतपाल की ‘दस्तारबंदी’ (पगड़ी बांधने की रस्म) की रस्म भी उसी के गांव में हुई थी। कहा जाता है कि फरारी के दौरान अमृतपाल सिंह को लखबीर सिंह रोडे ने ही छिपने में मदद मुहैया करवाई थी। यही नहीं बाद में गिरफ्तारी के लिए रोडे गांव को चुना था। लखबीर सिंह रोडे भारत का ‘सूचीबद्ध व्यक्तिगत आतंकवादी’ है और साल 1996-97 के आसपास पाकिस्तान भाग गया था।
आईएसआई के इशारे पर मचाता था पंजाब में तबाही
लखबीर सिंह रोडे को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी में आईएसआई समर्थन प्राप्त था। उस ने खासकर पंजाब में आतंक मचाने के लिए कई स्लीपर सैल तैयार कर रखे हैं। रोडे पाकिस्तान से हथियारों, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों की तस्करी पंजाब में करवाता था। लखबीर रोडे ने ही लुधियाना की कोर्ट में भी बम धमाका कराया था। उसने ही हथियार, गोला-बारूद समेत टिफिन बम भेजे थे।