नवा रायपुर की सड़कों पर अब आम आदमी को ई-रिक्शा मिल जाएंगे। शुक्रवार को इसी तरह की कई सुविधाओं को CM साय ने लॉन्च किया। उन्होंने मुंबई-हैदराबाद- भुवनेश्वर की IT कंपनियों को नवा रायपुर में ऑफिस स्पेस भी मुहैया करवाया। सेमीकंडक्टर बनाने के प्लांट का भूमिपूजन भी किया।
CM सबसे पहले नवा रायपुर के सीबीडी स्थित कमर्शियल टॉवर (ब्लॉक-सी) के सातवें तल पर पहुंचे। यहां स्क्वायर बिजनेस सर्विसेज को 33,000 वर्गफुट का आधुनिक सुविधाओं से लैस ऑफिस स्पेस उपलब्ध करवाया। ये ऑफिस स्पेस 11 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इस पहल का उद्देश्य नवा रायपुर को भारत का अगला प्रमुख आईटी हब बनाना है।
संस्था में वर्तमान में 303 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से 279 छत्तीसगढ़ से ही हैं। नवा रायपुर और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को भी सीधे अवसर मिला है। इनमें 161 पुरुष और 142 महिलाएं शामिल हैं। खास बात ये है कि इनमें से 87% कर्मचारी बीपीएल परिवारों से हैं और 83% आरक्षित वर्गों से आते हैं।
नवा रायपुर के सेक्टर-21 स्थित इसी कमर्शियल टॉवर में स्क्वायर बिजनेस सर्विसेज के साथ-साथ हैदराबाद की प्रतिष्ठित कंपनी, टेलीपरफॉर्मेंस (मुंबई) और सीएसएम (भुवनेश्वर) को भी ऑफिस स्पेस उपलब्ध कराया गया है। इन तीनों कंपनियों को कुल मिलाकर 75,000 वर्गफुट का क्षेत्र आवंटित किया गया है, जिससे अनुमानित 1500 से 1800 रोजगार अवसर बनेंगे।
अब सूनसान सड़कों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट नवा रायपुर में ऑटो मिलना मुश्किल था, मगर अब यहां की सड़कों पर ऑटो मिलेंगे। महिलाएं ऑटो चलाएंगी। लखपति दीदी योजना के तहत नवा रायपुर में ये सर्विस शुरू की गई। मुख्यमंत्री ने ई-ऑटो सेवा को हरी झंडी दिखाकर इसे शुरू किया। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन “बिहान” के सहयोग इसे शुरू किया गया है। 3 क्लस्टरों के 15 ग्राम संगठनों की कुल 40 महिला सदस्य शामिल हैं। यह ई-ऑटो सेवा 130 किलोमीटर के दायरे में आवासीय क्षेत्रों, कार्यालयों, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और जंगल सफारी जैसे प्रमुख स्थानों को जोड़ेगी।
रायपुर में बनेगी मोबाइल-लैपटॉप की चिप मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवा रायपुर में देश की प्रसिद्ध सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी पोलीमैटेक इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट की आधारशिला रखी। कंपनी छत्तीसगढ़ में 1,143 करोड़ रुपये की लागत से एक बड़ा कारखाना स्थापित करेगी। डेढ़ लाख वर्ग फीट में बनने वाला यह प्लांट वर्ष 2030 तक 10 अरब चिप्स तैयार करेगा, जिनका उपयोग टेलीकॉम, 6जी/7जी, लैपटॉप और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स में किया जाएगा। इस प्लांट की स्थापना से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
कंपनी ने छत्तीसगढ़ में पॉवर मॉड्यूल फेब्रिकेशन प्लांट स्थापित करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये के निवेश का भी प्रस्ताव दिया। इससे राज्य में 5,000 से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा।