नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम : कॉलेज में व्याख्यान का आयोजन, विशेषज्ञों ने दी जानकारी

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के शहीद नंदकुमार पटेल शासकीय महाविद्यालय बीरगांव रायपुर में तंबाकू अवेयरनेस प्रीवेंशन और प्रोहिबिशन (COTPA ACT 2003) विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ प्रीति शर्मा ने की। 

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. एल.एस. गजपाल, प्रोफेसर, समाजशास्त्र और समाज कार्य अध्ययनशाला, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर और डॉ़ निखिल मोतीरमानी इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट, श्री नारायण हॉस्पिटल रायपुर ने अपना व्याख्यान दिया। 

कार्यक्रम के उद्देश्य और उसकी प्रासंगिकता पर हुई चर्चा 

कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य के स्वागत उद्बोधन से हुआ। प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में आमंत्रित सम्माननीय वक्ताओं के साथ सभी प्राध्यापकों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। इसके बाद कार्यक्रम के उद्देश्य और उसकी प्रासंगिकता पर चर्चा की। मुख्य वक्ता प्रोफेसर एल.एस गजपाल ने तंबाकू और उनसे होने वाले दुष्प्रभावों को सामाजिक परिप्रेक्ष्य में स्पष्ट करते हुए,  युवाओं में टोबैको एडिक्शन के साथ-साथ अन्य नशीली पदार्थों की जानकारी दी। 

ऐसे होती है नशे की शुरुआत 

उन्होंने कहा कि, नशे की शुरुआत एक बार इसे महसूस करने और आनंद लेने के उद्देश्य से शुरू होकर बाद में आदत हो जाती है। इस पर उन्होंने विस्तार से चर्चा की। नशा चाहे कोई भी हो लेकिन उसका दुष्परिणाम न सिर्फ व्यक्ति के शरीर पर बल्कि उसके परिवार और समाज पर भी पड़ता है। समाज में नशे की लत जिस तरह से बढ़ रही है उसके लिए विद्यालयों,  महाविद्यालयों और अन्य सामाजिक स्थलों पर इसकी रोकथाम के लिए शिक्षा और जागरूकता की बहुत जरूरत है। 

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नशे से होने वाली बीमारियों के बारे में डॉ. मोतीरमानी ने दी जानकारी 

द्वितीय वक्ता डॉ. निखिल मोतीरमानी जो एक चिकित्सक और हृदय रोग विशेषज्ञ हैं ने अपने वक्तव्य में तंबाकू और उससे होने वाली बीमारियों के वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में बहुत ही विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि, तंबाकू और नशीले पदार्थों से होने वाली बीमारियों जैसे कि कैंसर, हार्टअटैक, पैरालिसिस, मेमोरी लॉस की जानकारी भी दी। नशे की लत लगने के प्राथमिक लक्षणों और अन्य स्तरों पर जो संचरण होते हैं उन्हें भी विस्तार पूर्वक समझा। वक्ताओं ने नशीले पदार्थ और उसके सेवन को लेकर समाज में भ्रांतियों के बारे में बताया। छात्रों की जिज्ञासाओं का भी बहुत ही सरल शब्दों में जवाब दिया।

ये रहे मौजूद 

कार्यक्रम के अंत में यूथ रेड क्रॉस समिति के संयोजक डॉ. युगबोध पटले ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में डॉक्टर कविता कोसरिया प्रभारी राष्ट्रीय सेवा योजना का भी योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रोज मीना कुजूर और डॉ. कविता कोरिया ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय और अन्य महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया।

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