रायपुर। छत्तीसगढ़ बिजली वितरण कंपनी में सालों से एक ही स्थान पर जमे अधिकारियों को हटाने की मांग को लेकर यूनियन के पदाधिकारी लामबंद होने लगे हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर कहा गया है कि, बिजली कंपनी में स्थानांतरण नीति का पालन नहीं किया जा रहा है। छोटे अधिकारियों को दो से तीन साल के भीतर इधर से उधर कर दिया जाता है लेकिन बड़े अधिकारी सालों तक एक ही स्थान पर जमे हुए हैं।
कंपनी में तीन साल के भीतर सभी का तबादला करने के नियमों को अधिकारी ठेंगा दिखा रहे हैं। छह साल पहले पूर्व प्रबंधक निर्देशक रहे अधिकारी केसर हक ने तबादला स्थानांतरण नीति का पालन किया था। इसके बाद से कंपनी में मनमानी चल रही है। पूरे प्रदेश में क्रय, निर्माण कार्य, जनरेशन के अंतगर्त करोड़ों रुपए की खरीदी का अनुमोदन बिना देखे वित्त विभाग से ही हो रहा है। इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने के साथ कंपनी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जांच होने पर बड़ी गड़बड़ी उजागर होगी। गड़बड़ी रोकने के लिए सख्त कदम उठाना जरूरी है।

स्थानांतरण नीति का पालन और गड़बड़ी रोकने के लिए सीएम को पत्र
बिजली वितरण कंपनी से सेवानिवृत्त सेक्शन अधिकारी अविनाश जायसवाल ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा। स्थानांतरण नीति का पालन और गड़बड़ी रोकने को लेकर उन्होंने लिखा कि, बिजली वितरण कंपनी के अंतर्गत तीन एमडी बदल गए हैं, लेकिन छह साल से अधिक समय से एक ही स्थान पर ईडी व जीएम (फायनेंस विंग) के पद पर अधिकारी बैठे हुए हैं। जबकि फाइनेंस विंग के छोटे अधिकारी-कर्मचारियों का तबादला किया जा रहा है।