मुख्य बिंदु (Highlights):
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चोरी की वारदात शिक्षक नगर कॉलोनी, भिलाई-3 में हुई
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चोर निकले घर मालिक का ही नाबालिग भतीजा और उसका दोस्त
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करीब 8 लाख रुपए के सोने-चांदी के गहने किए चोरी
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चोरी के जेवर पिता की दुकान में गिरवी रखे गए
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दोनों नाबालिग गिरफ्तार, गहने खरीदने वाला दुकानदार भी पकड़ा गया
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पूरा सामान पुलिस ने किया जब्त, जांच में तेजी
पूरी खबर का आसान और विस्तार से विवरण (1000+ शब्दों में)
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई-3 इलाके में एक ऐसी चौंकाने वाली चोरी की घटना सामने आई है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है। चोरी किसी बाहर वाले ने नहीं बल्कि घर के ही एक अपने ने की – और वह भी एक नाबालिग ने।
यह घटना भिलाई-3 की शिक्षक नगर कॉलोनी की है, जहां रहने वाली राधिका हरदेल ने अपने घर में हुई चोरी की शिकायत दर्ज कराई। राधिका के मुताबिक, उनके घर से करीब 8 लाख रुपए के सोने और चांदी के जेवरात चोरी हो गए थे।
पीड़िता की शिकायत और शुरुआती जांच
41 वर्षीय राधिका हरदेल, जो अपने पति विजय हरदेल के साथ नूतन चौक शिक्षक कॉलोनी में रहती हैं, ने 14 अप्रैल 2025 को थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जब वे किसी काम से बाहर गई थीं, उसी समय किसी ने उनके घर में घुसकर अलमारी में रखे गहने चुरा लिए।
उनका कहना था कि चोरी की कुल कीमत लगभग 7 लाख 85 हजार रुपए थी, जिसमें सोने और चांदी के कई गहने शामिल थे।
️♂️ पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा
शिकायत मिलते ही छावनी सीएसपी हरीश पाटिल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू की। पुलिस को यह मामला सामान्य नहीं बल्कि अंदर के किसी जानने वाले का काम लगा। इसलिए जब दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला को इस घटना की जानकारी दी गई, तो उन्होंने एक विशेष टीम गठित की।
जांच के दौरान पुलिस को राधिका के देवर के बेटे और उसके एक नाबालिग दोस्त पर शक हुआ। जब उन्हें थाने बुलाया गया और सख्ती से पूछताछ की गई, तो उन्होंने चोरी की बात कबूल कर ली।
कैसे की गई चोरी?
पूछताछ में नाबालिग आरोपियों ने बताया कि अलमारी में रखे सोने-चांदी के गहने उन्होंने चुपके से निकाल लिए। इसके बाद राधिका का भतीजा कुछ गहने अपने पास रख लिया और एक सोने का बिस्किट अपने दोस्त को दे दिया।
उस दोस्त ने यह सोने का बिस्किट अपने पिता की दुकान में गिरवी रख दिया, जिसे उन्होंने 1 लाख 30 हजार रुपए में बेच दिया। बिस्किट की असली कीमत उससे कहीं अधिक थी, लेकिन गिरवी के नाम पर कम रकम ली गई।
पिता की दुकान में गहने गिरवी, गिरफ्तार
जिस नाबालिग दोस्त के पिता ने गहना खरीदा, उनका नाम संतोष दुलानी है। उनके पास सोने-चांदी की दुकान है। उन्होंने बताया कि उनका बेटा घर पर एक 15 ग्राम का सोने का बिस्किट लेकर आया और कहा कि वह इसे गिरवी रखना चाहता है।
संतोष ने बिस्किट को 1 लाख 40 हजार रुपए में गिरवी रखा और बेटे को 1 लाख 30 हजार रुपए दिए। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि उन्हें शक हुआ था या नहीं कि यह बिस्किट चोरी का है।
पुलिस ने जब्त किया पूरा चोरी का माल
पुलिस ने आगे की कार्रवाई में दोनों नाबालिग आरोपियों को पकड़ लिया और चोरी का पूरा माल बरामद कर लिया गया। साथ ही, सोने का बिस्किट खरीदने वाले दुकानदार संतोष दुलानी को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
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संतोष दुलानी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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दोनों नाबालिगों को किशोर न्याय बोर्ड दुर्ग में पेश किया गया।
समाज के लिए चेतावनी: घर के अंदर के लोग भी हो सकते हैं खतरा
इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि केवल बाहरी लोगों से नहीं, कई बार अपने ही घर या रिश्तेदार भी भरोसे को तोड़ सकते हैं।
नाबालिगों के इस तरह के अपराधों में शामिल होने का मतलब यह है कि समाज में कहीं न कहीं बच्चों की परवरिश और मार्गदर्शन में भी चूक हो रही है।
क्या सीख मिलती है इस घटना से?
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घरेलू सुरक्षा को हल्के में न लें – अलमारी में गहने रखते समय लॉक और कैमरा जैसे उपाय जरूरी हैं।
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बच्चों को सही और गलत की शिक्षा देना बहुत जरूरी है, ताकि वे गलत संगति और लालच से दूर रहें।
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गहने या कीमती सामान गिरवी रखने वाले दुकानदारों को भी जिम्मेदारी से काम लेना चाहिए और ग्राहक की जांच-पड़ताल करना चाहिए।
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ऐसे मामलों में जल्दी पुलिस को सूचना देना हमेशा मददगार साबित होता है।
निष्कर्ष:
भिलाई-3 की यह घटना एक चेतावनी की घंटी है – यह दिखाती है कि अपराध कभी-कभी घर के अंदर से भी जन्म ले सकता है। नाबालिगों को समय रहते सही दिशा देना और हर परिवार में सतर्कता बरतना आज के समय की जरूरत बन चुकी है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और पूरा सामान बरामद करना इस मामले की सकारात्मक बात रही, लेकिन यह भी जरूरी है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए समाज मिलकर काम करे।