छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में शुक्रवार 18 अप्रैल 2025 को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के द्वारा बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण हेतु विश्व की सबसे ऊंची बैम्बू टावर सृष्टि उद्योग किरितपुर, आध्यात्मिक पुरातन, प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण शिवनाथ नदी के तट पर विराजित भगवान सोमनाथ मंदिर ले जाया गया। सबसे पहले किरितपुर में बच्चों ने बांस से बनने वाली बैम्बू टावर का अवलोकन किया की यह कैसे बनाया जाता है, इसके क्या कार्य हैं।
इन सब की जानकारी सृष्टि उद्योग कीरितपुर के मैनेजर राजू पटेल द्वारा दी गई साथ ही बताया कि इस उद्योग के लिए बांस असम तथा पश्चिम बंगाल से मनाया जाता है। उसी को कोटिंग कर बांस को टावर के लिए तैयार किया जाता है।

शैक्षणिक भ्रमण से बच्चों का ज्ञान होता है चिरस्थाई
इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण से बच्चे यथार्थ में उन चीजों को देख पाते हैं जिनके बारे में कभी उन्होंने किताबो में पढ़ा नहीं था। इससे उनका ज्ञान चिरस्थाई होता है। साथ ही बच्चों को रोजगार मूलक कार्य के लिए प्रेरित किया गया। बच्चों को नौकरी के पीछे भागने की बजाय खुद को दूसरों को रोजगार देने पर फोकस करना चाहिए, कि समझाइस भी दी गई। बच्चे उत्साह के साथ सभी बारीकियां को देखने लगे तथा समझने की कोशिश कर रहे थे। उसके बाद सभी अपनी संस्कृति से जुड़ी पुरातन प्राचीन मंदिर सोमनाथ गए वहां भगवान शिव जी के दर्शन कर सभी बच्चों ने आत्म शांति का अनुभव किया। साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर शिवनाथ और खारुन नदी के संगम का दर्शन भी बच्चों ने किया। सभी ने गर्मी से राहत के लिए तरबूज, खीरा, ककड़ी खाकर अपने आप को तृप्त किया। शैक्षणिक भ्रमण के दौरान बच्चों में काफी उत्साह था, और उन्होंने सुरक्षित रूप से वापसी की।

ये रहे मौजूद
इस यात्रा में कस्तूरबा विद्यालय की अधीक्षिका भारती घृतलहरे शिक्षिकाएं ममता गुरुपंच, राजकिरण मिश्रा, गायत्री साहू, विजयलक्ष्मी परगनिया, शिखा चौबे, सावित्री यादव, दीप्ति नौरंगे अनीता साहू ,नीलम रसोईया अंजनी यादव, सूरजा यादव, दुर्गा यादव शैक्षणिक भ्रमण के दौरान मौजूद थे। इनका इस भ्रमण में भरपूर सहयोग रहा।