छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में एक गंभीर विवाद सामने आया है। यह विवाद शहर के सेक्टर 6 में स्थित गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे में दो गुटों के बीच हुआ, जो इतना बढ़ गया कि मामला सीधे मारपीट और गाली-गलौज तक पहुंच गया। इस झगड़े की सूचना मिलने के बाद पुलिस को बीच में दखल देना पड़ा और अब इस मामले की जांच चल रही है।
पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर एक-दूसरे के खिलाफ काउंटर केस दर्ज किए हैं यानी दोनों तरफ से केस दर्ज हुआ है।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मनजिंदर सिंह, जो कि सेक्टर 4 के सड़क नंबर 2 में रहते हैं और गुरु नानक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सेक्रेटरी (सचिव) के पद पर हैं, ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
उनका कहना है कि उन्हें गुरुद्वारा के अध्यक्ष द्वारा एक पत्र भेजकर सेक्टर 6 स्थित गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे में बैठक के लिए बुलाया गया था। जब वे वहां पहुंचे, तो उनके साथ बहुत ही अपमानजनक व्यवहार किया गया। उन्हें अपशब्द कहे गए और उनके परिवार, यहाँ तक कि माँ तक को गालियाँ दी गईं।
“गुरुद्वारे में दोबारा मत आना” – मनजिंदर का आरोप
जब मनजिंदर ने इस बदसलूकी का विरोध किया, तो आरोप है कि उन्हें गुरुद्वारे में दोबारा नहीं आने की धमकी दी गई और यह भी कहा गया कि वह वहाँ से बाहर चले जाएँ। इसी दौरान गुरुद्वारे के अध्यक्ष तारा सिंह का बेटा मनजीत सिंह मौके पर आ गया और उसने कथित तौर पर मनजिंदर सिंह के साथ हाथापाई शुरू कर दी।
दूसरी तरफ का पक्ष क्या कहता है?
इस घटना को लेकर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के वर्तमान अध्यक्ष तारा सिंह ने भी पुलिस में शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि 6 अक्टूबर 2024 को संस्था के चुनाव हुए थे जिसमें वे अध्यक्ष चुने गए थे।
तारा सिंह ने आरोप लगाया कि गुरुद्वारा कमेटी के कुछ सदस्य – सरदार गुरदेव सिंह, सरदार हरचरण सिंह आनंद, सरदार मनजिंदर सिंह और कुछ अन्य लोग उन्हें और उनकी टीम को मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह लोग जानबूझकर ऐसे विवाद खड़ा कर रहे हैं ताकि संस्था में विकास का कोई कार्य न हो सके और कमेटी के कामकाज में बाधा आए।
क्या हुआ 2 मार्च को?
तारा सिंह ने पुलिस को बताया कि 2 मार्च 2025 को सुबह 11:30 बजे एक और विवाद हुआ। उस वक्त गुरुद्वारे में वरिष्ठ सदस्य संतोष सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान वहाँ गुरुनानक स्कूल के अध्यक्ष मंजीत सिंह और सेक्रेटरी मनजिंदर सिंह भी आए हुए थे।
आरोप है कि मनजिंदर सिंह ने तारा सिंह के साथ धक्का-मुक्की की और माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। यह भी बताया गया कि मंजीत सिंह और मनजिंदर ने दोनों ने मिलकर अध्यक्ष से दुर्व्यवहार किया।
पुलिस की कार्रवाई क्या रही?
भिलाई नगर पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत को गंभीरता से लिया है और दोनों ही पक्षों पर अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया है।
मनजिंदर सिंह की शिकायत पर – तारा सिंह और मनजीत सिंह के खिलाफ
तारा सिंह की शिकायत पर – गुरदेव सिंह, हरचरण सिंह आनंद और मनजिंदर सिंह के खिलाफ
इन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2), 296 और 3(5) के तहत अपराध दर्ज किए गए हैं।
अब क्या हो रहा है?
भिलाई नगर पुलिस फिलहाल इस पूरे विवाद की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस दोनों पक्षों के बयानों को रिकॉर्ड कर रही है, और घटनास्थल पर मौजूद लोगों से पूछताछ कर रही है।
चूंकि मामला धार्मिक स्थल से जुड़ा है, इसलिए प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है ताकि कोई सांप्रदायिक तनाव न फैले और शांति बनी रहे।
प्रमुख बिंदु (Highlights):
✅ गुरुद्वारे में दो पक्षों के बीच झगड़ा – बात गाली-गलौज और मारपीट तक पहुंची
✅ पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ काउंटर केस दर्ज किया
✅ मनजिंदर सिंह ने अध्यक्ष तारा सिंह और उनके बेटे पर लगाया हमला करने का आरोप
✅ तारा सिंह ने मनजिंदर सिंह, गुरदेव सिंह और हरचरण सिंह पर किया मानसिक उत्पीड़न का दावा
✅ झगड़े के चलते गुरुद्वारे के विकास कार्यों पर पड़ रहा असर
✅ पुलिस ने IPC की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की
निष्कर्ष:
गुरुद्वारा जैसी शांत और पवित्र जगह में इस तरह का झगड़ा और आरोप-प्रत्यारोप न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करता है बल्कि समाज में गलत संदेश भी देता है। सभी संबंधित पक्षों को संयम और समझदारी से काम लेते हुए इस मामले का शांतिपूर्ण समाधान निकालना चाहिए।
पुलिस से अपेक्षा की जाती है कि निष्पक्ष जांच के माध्यम से सच सामने लाकर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसे विवाद दोबारा न हों।