भूख हड़ताल पर बैठे किसान : कोस नापते पहुंचे कलेक्ट्रेट, मुआवजे की कर रहे मांग

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 छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में किसान परिवार सहित कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठे हैं। वे अपनी जमीन की मुआवजे की मांग कर रहे हैं। ग्राम पंचायत सलीहा के आश्रित ग्राम मलुहा के किसानों का जमीन अपर सोनिया जलाशय भंडोरा योजना के भू- अर्जन में आया था। जिसका मुआवजा किसानों को नहीं मिला है जिसकी वजह से किसान परिवार परेशान हैं। 

24 वर्षों से कर रहे हैं मुआवजे का इंतजार

बीते 24 वर्ष पहले इस योजना में किसान परिवार का जमीन डूब गया है। इसके बाद किसान परिवार 15 वर्ष से मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं। हर बार मुआवजे का प्रक्रिया भी पूरा कर लिया जाता है, लेकिन किसी कारणवश में मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। किसान परिवार परेशान होकर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं इस बार भी अधिकारियों के द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। 

 

पूर्व में कलेक्ट्रेट में कर नाप कर किया गया था प्रदर्शन

करीब पांच माह पहले इन्हीं किसानों में से एक किसान घनश्याम श्वास और उनकी पत्नी के द्वारा सारंगढ़ कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्य द्वार से कलेक्टर ऑफिस तक कर नापते हुए प्रदर्शन किया गया था और अपनी जमीन की मुआवजे की मांग की थी उसे दौरान घनश्याम ने कहा था कि, भगवान के पास कर कोस नापते हुए जाने से मन्नत पूरी होती है हम अपनी मन्नत के लिए कलेक्टर रूपी भगवान के पास कर कोस नापते हुए आए हैं अब हमें विश्वास है कि हमारी मन्नत पूरी होगी।  हमें मुआवजा मिलेगा लेकिन उनका विश्वास पर पुनः पानी फिर गया और मुआवजा नहीं मिल पाया था अब पुनः भूख हड़ताल पर 21 परिवार बैठा हुआ है। 

एसडीएम ने दिया जल्द ही मुआवजा दिलवाने का आश्वासन 

बिलाईगढ़ एसडीएम वर्षा बंसल ने किसान परिवारों से भूख हड़ताल पर बैठने के बाद बात की और जल्द ही मुआवजा दिलाने की बात कही गई। एसडीएम ने कहा कि, किसानों का जमीन भू अर्जन में गया है जिसमें से 6 किसान ओबीसी वर्ग के हैं जिनका फाइल की प्रक्रिया जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा और मुआवजा दे दिया जायेगा। वहीं एक किसान आदिवासी है उनके फाइल में हम नियमानुसार कार्यवाही करेंगे। किसान परिवारों को आश्वासन दे दिया गया है वह अभी भूख हड़ताल समाप्त कर देंगे।

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