अंगेश हिरवानी – नगरी। छत्तीसगढ़ में गोंडवाना समाज सेवा समिति तहसील नगरी द्वारा आयोजित वार्षिक सम्मेलन-2025 का भव्य आयोजन 19 और 20 अप्रैल को ग्राम भड़सिवना में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। यह दो दिवसीय आयोजन गोंडवाना समाज की सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षिक उन्नति पर केंद्रित रहा। जिसमें समाज के उन्नीस उपक्षेत्र के महिला पुरुष, युवाओं, तथा सामाजिक पदाधिकारियों की गरिमा उपस्थित रही।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि विधायक अंबिका मरकाम ने कहा है कि, गोंडवाना समाज की गरिमा हमारी सांस्कृतिक विरासत, परंपराओं और सामाजिक एकता में निहित है। हमें अगली पीढ़ियों के लिए शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी। विशेषकर बेटियों को स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ाना आज की आवश्यकता है। उन्होंने युवाओं से समाज के नेतृत्व में सक्रिय भागीदारी करने और संगठित होकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।
पूर्व विधायक लक्ष्मी ध्रुव ने कहा है कि, सामाजिक जनों को बाह्य आडम्बर, कर्मकांड को त्याग कर मूल संस्कृति पर ध्यान देने की जरूरत है जिससे गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को बचाया जा सके। पूर्व विधायक श्रवण मरकाम ने धर्मांतरण तथा अंतर्जातीय विवाह पर अंकुश लगाने हेतु ठोस कदम उठाए जाने पर बल दिया है। समाज अध्यक्ष टिकेश्वर ध्रुव ने सामाजिक संगठन को मजबूत बनाये जाने पर जोर देते हुए समाज में शराबंदी लागू कर नशा मुक्त समाज बनाने के साथ ही विवाह में बर्तन, कपड़ा नहीं देने का प्रस्ताव रखा गया है।

शिक्षा एवं स्वरोजगार पर हुई विस्तृत चर्चा
समाज के युवाप्रभाग अध्यक्ष वेदप्रकाश मंडावी, महिला प्रभाग अध्यक्ष सतरूपा तमोवंशी, कर्मचारी प्रभाग अध्यक्ष मोहन सिंह कुर्रू ने अपने-अपने प्रभाग को मजबूत करने पर विचार रखते हुए कार्ययोजना प्रस्तुत किए है। सामाजिक वक्ताओं में डोमार सिंह ध्रुव ने पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में पेशा कानून तथा ग्राम सभा के शक्ति पर विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए इस अधिनियम का सामाजिक रूप से क्रियान्वयन करने पर जोर दिया है। कृषि विशेषज्ञ आर नेताम ने धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान सहित विभिन्न शासकीय योजनाओं का विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए उनका लाभ लेने की बात कही है। व्याख्याता जोहन नेताम ने युवाओं को शिक्षा एवं स्वरोजगार पर विस्तृत चर्चा करते हुए तकनीकी शिक्षा की ओर कदम बढ़ाने आह्वान किया है। सचिव बुधराम नेताम ने सामाजिक संस्कृति एवं उनके संवर्धन विषय पर मार्गदर्शन देते हुए जन्म, विवाह, मृत्यु संस्कार सामाजिक नियम के अनुरूप करने पर जोर दिया है। शिक्षिका जलवती नागेश ने कविता के माध्यम से समाज जनों को नशापान नहीं करने और उनके पड़ने वाले दुष्प्रभाव पर प्रभावकारी विचार व्यक्त किए गए।
कार्यक्रम में इनकी रही भागीदारी
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से संरक्षक रामप्रसाद मरकाम शकुन्तला ठाकुर, बिंदा नेताम, लखन लाल ध्रुव, बीरेश ठाकुर, भगवान सिंह नेताम, संतोष नेताम अध्यक्ष उपक्षेत्र टांगापानी, महेश गोटा अध्यक्षजनपद पंचायत, गरिमा नेताम सदस्यजिला पंचायत, प्रमोद कुंजाम जनपद सदस्य, सरपंच नील कुमार सूर्यवंशी, मुकेश कुंजाम, यशवंत मंडावी, दुर्गा कोड़ोपी, सतरूपा तामोवंशी अध्यक्ष महिला प्रभाग, मोहन कुरू अध्यक्ष कर्मचारी प्रभाग, वेदप्रकाश मंडावी अध्यक्ष युवा प्रभाग, जोहर लाल चंद्रवंशी, रति राम नेताम, पोलाराम कोर्राम, भगवान सिंह मरकाम, डोमार सिंह ध्रुव, सुरेंद्र नेताम, हरक मंडावी, रमेश मरकाम, सोनाराम नेताम, छेड़ू राम नेताम, सोहन मरकाम, पोखन नेताम, शत्रुघ्न मरकाम, ईश्वर मंडावी, धनसाय नागवंशी, अमर सिंह नेताम, जितेंद्रवीर कुंजाम, रामजी नेताम, राजू कावड़े, राम सिंह मरकाम, साधुराम नेताम, भुनेश्वरी नेताम, विमला मरकाम, गणेशिया मरकाम, फुलेश्वरी नेताम, कीर्ति मरकाम, रोहित कोमरे, दिनेश मंडावी, पिंगल गोटा, विशाली ध्रुव, दलगंजन मरकाम, महेश मरकाम, मुन्ना लाल दर्रा, पंचम सलाम, शिवलाल नेताम, कृष्णा मरकाम, राजेश समरथ, ईश्वर नेताम, प्रीतम मंडावी, लखमू मरकाम, संत राम नेतामसहित क्षेत्र के हजारों युवाओं, वरिष्ठजनों व मातृशक्ति की उत्साहजनक भागीदारी रही।
इस कार्यक्रम का संचालन सुरेंद्र नेताम, ईश्वर मंडावी द्वारा किया गया। उपक्षेत्र अध्यक्ष संतोष नेताम ने आभार व्यक्त किया। सम्मेलन में पारित मुख्य प्रस्ताव में धर्मांतरण में रोक लगाने, नशामुक्त समाज बनाने बालिकाओं की शिक्षा हेतु छात्रवृत्ति योजना प्रारंभ करने, युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु निशुल्क मार्गदर्शन प्रदान करने, युवाओं में सामाजिक गुण विकसित करने के साथ संस्कारवान बनाने और समाज के समग्र विकास हेतु कार्ययोजना बनाने, गोंडवाना सांस्कृतिक महोत्सव का वार्षिक आयोजन ग्राम स्तर पर करनेतथा सामाजिक कार्यकारिणी विस्तार कर समाज संगठन को सशक्त बनाया जाएगा।
कार्यक्रम में इनका रहा योगदान
गोंडवाना समाज सेवा समिति, तहसील नगरी द्वारा यह आयोजन समाज के नवनिर्माण की दिशा में एक सशक्त प्रयास सिद्ध हुआ। समाज को संगठित, जागरूक और स्वाभिमानी बनाने का यह सामूहिक प्रयास प्रेरणादायी रहा। गोंडवाना समाज के वार्षिक सम्मेलन के समापन अवसर पर स्वर्गवासी सामाजिक जनों को दो मिनट मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गई फिर सप्तरंगी ध्वजअवरोहणकर पेन शक्तियों की विदाई देकर सामाजिक जनों द्वारा अलग अलग समूह बनाकर विशाल रेलापाटा नृत्य कर समापन किया गया। इस विराट आयोजन को सफल बनाने में टांगापानी उपक्षेत्र के चौदह गांव के युवा-युवतियों, महिला पुरूषों और समाज सिपाहियों का सराहनीय योगदान रहा है।