रेत माफियाओं के हौसले बुलंद : जब्त चैन माउंटेन का ताल तोड़कर कर रहे थे अवैध खनन, ग्रामीणों ने किया विरोध

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राजीव लोचन साहू- सक्ती। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में रेत माफिया प्रशासन को कार्रवाई को ठेंगा दिखा रहे है। हसौद तहसील क्षेत्र के करही गांव में सोमवार को तहसीलदार भीष्म पटेल के निर्देश पर आरआई ने महानदी में रेत का अवैध उत्खनन के लिए लगे चैन माउंटेन को सील किया है। एक हाइवा को जब्त किया गया। 

 

वहीं सोमवार की रात को रेत माफियाओं ने प्रशासन के द्वारा सील किए गए चौन माउंटेन की सील को तोड़कर रेत का अवैध उत्खनन कर रहे थे। इसकी जानकारी होने पर करही गांव के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने किया। 

 

रेत माफियों और ग्रामीणों के बीच हुआ विवाद 

इसी दौरान रेत माफिया और ग्रामीणों के बीच जमकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि, देर रात ही ग्रामीण थाना पहुंचे और रेत माफियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे। हसौद तहसीलदार भीष्म पटेल ने रेत माफियाओं  के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।  

अवैध मिट्टी की खुदाई करते ग्रामीणों ने दो ट्रैक्टर और एक जेसीबी पकड़ा

इधर, सुहेला तहसील क्षेत्र के गांव बासीन में ग्रामीणों की सजगता से जेसीबी और ट्रैक्टर को अवैध मिट्टी की खुदाई करते रंगे हाथों पकड़ लिया गया। बीते तीन-चार दिनों से जेसीबी मशीन से गांव के बाहर स्थित बांध क्षेत्र से मिट्टी निकाली जा रही थी। ग्रामीणों को जानकारी मिलते ही वे मौके पर पहुंचे और आरोपियों को घेरकर माइनिंग विभाग को सूचित किया। सरपंच ने बताया कि, यह खुदाई बिना किसी वैध अनुमति से की जा रही थी। खुदाई के बाद खेत में लगभग 4-5 फीट ऊंची मेड बनाई गई थी और करीब 100 से 150 ट्रैक्टर मिट्टी की ढुलाई हो चुकी थी।

खनिज अधिनियम के तहत वैधानिक प्रक्रिया शुरू 

माइनिंग अधिकारी खिलेश्वर कुमार ध्रुव ने बताया कि, सूचना पर विभाग की टीम मौके पर पहुंची और दो ट्रैक्टर और एक जेसीबी  को जब्त कर पंचनामा कार्रवाई की गई। सभी जब्त सामग्री को थाना सुहेला में सुरक्षा रखा गया है। खनिज अधिनियम के तहत वैधानिक प्रक्रिया शुरू की गई है।

पंचायत ने किसी भी अनुमति से किया इनकार 

ग्रामीणों ने मांग की है कि,  बांध क्षेत्र को समतल कर जल संग्रहण और पर्यावरण संतुलन बहाल किया जाए। वहीं, संबंधित किसान ने खुदाई को गांव वालों की सलाह बताया, लेकिन पंचायत ने किसी अनुमति से इनकार किया।

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