bansalnews – April 25, 2025-8:28 PM
छत्तीसगढ़ भारतमाला प्रोजेक्ट में 48 करोड़ का घोटाला उजागर: EOW की छापेमारी से हुआ खुलासा, कई ठिकानों से दस्तावेज जब्त
छत्तीसगढ़ में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत भूमि अधिग्रहण और मुआवजे में हुए 48 करोड़ के घोटाले को लेकर EOW ने रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और महासमुंद में बड़ी कार्रवाई की। 10 लोगों और एक संस्था पर छापा मारा गया है। जांच आगे भी जारी रहेगी।
CG Bharatmala Project Scam: छत्तीसगढ़ में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा चलाए जा रहे भारतमाला प्रोजेक्ट (Bharatmala Project) के तहत भूमि अधिग्रहण और मुआवजे में हुए 48 करोड़ रुपये के घोटाले पर बड़ी कार्रवाई हुई है।
पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और महासमुंद जिलों में एक साथ छापेमारी कर कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं।
किन-किन के ठिकानों पर पड़ी रेड?
EOW की टीम ने जिन प्रमुख लोगों के घर और दफ्तरों पर छापे मारे, उनमें शामिल हैं, निर्भय साहू (Nirbhay Sahu), जितेंद्र साहू (Jitendra Sahu), दिनेश पटेल (Dinesh Patel), रोशन लाल वर्मा (Roshan Lal Verma), हरमीत सिंह खनूजा (Harmeet Singh Khanuja), उमा तिवारी (Uma Tiwari), विजय जैन (Vijay Jain), ह्दयलाल गिलहरे (Hridaylal Gilhare), विनय गांधी (Vinay Gandhi) और संस्था दमशेम इंस्टावेंचर (Damshem Instaventure)।
इन सभी पर ज़मीन अधिग्रहण के नाम पर मुआवजे की रकम में फर्जीवाड़ा (Compensation Scam) करने और दस्तावेजों में हेरफेर का आरोप है।
अब तक 5 गांवों में गड़बड़ी की पुष्टि
EOW अधिकारियों ने बताया कि अब तक पांच गांवों में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में गड़बड़ी की पुष्टि हो चुकी है। जांच में सामने आया है कि कुछ लोगों को मुआवजे के नाम पर असली जमीनधारकों से कई गुना ज़्यादा राशि दी गई, और दस्तावेजों में हेरफेर करके इस घोटाले को अंजाम दिया गया।
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने दिया कड़ा बयान
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा (Tankram Verma) ने इस कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि भारतमाला प्रोजेक्ट केंद्र सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है, और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं सहेजी जाएगी। उन्होंने कहा, “जो घोटाला करेगा, वह पकड़ा जाएगा और सजा पाएगा। जहां-जहां भारतमाला प्रोजेक्ट गुजरी है, वहां जांच जरूर होगी।”
CBI जांच की मांग पर मंत्री का पलटवार
पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत (Charandas Mahant) द्वारा मामले में CBI जांच (CBI Inquiry) की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए वर्मा ने कहा, “CBI को पहले इन्हीं की सरकार ने बैन किया था, अब EOW काम कर रही है और निष्पक्ष जांच कर रही है।”
जांच अभी जारी, और भी हो सकती हैं गिरफ्तारियां
सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में और भी लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। फिलहाल जब्त दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की गहन जांच की जा रही है।