बिलासपुर रेलवे स्टेशन में पिछले कुछ दिनों से पुनर्विकास के तहत 392 करोड़ रुपए का काम चल रहा है। इस काम का ठेका बिलासपुर की निजी कंपनी ने लिया है। सीबीआई को कुछ दिन पहले मुखबिर से सूचना मिली थी कि, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के मुख्य अभियंता, आरोपी फर्म के साथ मिलीभगत कर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
उक्त फर्म को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए रिश्वत भी मुख्य अभियंता ने मांगी थी, इसके लिए उन्होंने फर्म को राशि रांची में अपने पारिवारिक सदस्य के हाथों में देने कहा था। इस के बाद निजी कंपनी के प्रबंध निदेशक ने कंपनी के एक कर्मचारी को निर्देश दिया कि वह 32 लाख रुपए की रकम मुख्य अभियंता के पारिवारिक सदस्य को रांची जो कि अभियंता का मूल निवास है, उसे जाकर सौंप दे। इस रकम के लिए मुख्य अभियंता ने अपने पारिवारिक सदस्यों को सूचना पहले से ही देकर रखी थी। 32 लाख रुपए की रिश्वत के संबंध में जानकारी मिलने के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया।

शुक्रवार की शाम 4 बजे मुख्य अभियंता को तब गिरफ्तार किया, जब उनके पारिवारिक सदस्य ने आरोपी निजी फर्म के व्यक्ति से 32 लाख रुपए की रिश्वत स्वीकार कर ली । यह राशि सीबीआई टीम ने मुख्य अभियंता के पारिवारिक सदस्य के पास से बरामद कर ली। राशि मिलने के बाद सीबीआई की टीम ने बिलासपुर के जगमल चौक पर निजी कंपनी के कार्यालय के अलावा बिलासपुर जोन मुख्यालय के रोड सेफ्टी वर्क्स ओपन लाइन के मुख्य अभियंता के केबिन में पहुंचकर जांच शुरु कर दी है। इनके खिलाफ आरोप है कि आरोपी निजी कंपनी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर के लिए विभिन्न कार्य आदेशों को निष्पादित कर रही थी, जिसमें छोटे और बड़े पुलों का निर्माण, रेलवे ओवर ब्रिज, रेलवे अंडर ब्रिज, क्षमता विस्तार कार्य, ट्रैक लाइनिंग व अन्य कार्य शामिल थे। इस मामले में सीबीआई की टीम ने निजी कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, कर्मचारी के अलावा चीफ इंजीनियर और उनके परिवार के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।
रकम की जानकारी पुत्र को
सीबीआई के अनुसार आरोपी निजी कंपनी के प्रबंध निदेशक ने 21 अप्रैल को अपने पुत्र को कथित रूप से बताया कि आरोपी मुख्य अभियंता के निर्देशानुसार वह उनके बिलासपुर स्थित कार्यालय में मुलाकात करेगा। मुख्य अभियंता से मिलने के बाद प्रबंध निदेशक ने अपने पुत्र को बताया कि रिश्वत की रकम तय हो गई और उन्हें अपने लंबित मामलों के निपटाने के लिए 32 लाख रुपए की राशि आरोपी मुख्य अभियंता को देनी है।
रेलवे एरिया में मचा हड़कंप
सीबीआई की पूछताछ में चीफ इंजीनियर ने भी 32 लाख रुपए की रिश्वत लेना स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। सीबीआई की जांच से जोन और डिवीजन कार्यालय में हड़कंप मच गया है। सीबीआई की टीम ने चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, जिसमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर में कार्यरत मुख्य अभियंता, एक निजी कंपनी, उस कंपनी के प्रबंध निदेशक, कंपनी का एक कर्मचारी और कुछ अज्ञात शामिल है।