सारंगढ़ – छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ जिला ने शिक्षा के क्षेत्र मे बड़ी उपलब्धि हासिल किया है। जिले के शिक्षकों एफएलएन (FLN ) सह नवाजतन वारियर्स को सम्मानित किया गया। शिक्षकों की मेहनत के कारण बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार हुआ है। शिक्षकों ने तकनीक और प्रौद्योगिकी का सही उपयोग बच्चों की जिज्ञासा को बढ़ावा देने के लिए कई सारी रोचक गतिविधियों कराई। जिसके प्रयोग के कारण अच्छा परिणाम देखने को मिला है।
नई शिक्षा नीति के तहत FLN की प्राप्ति और कोरोनाकाल में बच्चों की बौध्दिक और मानसिक विकास रुक गई थी जिसके लिए जिला प्रशासन के लिए लगातार प्रयास जारी था। जिसमें 66 शिक्षकों के समूह में एक राज्य स्तरीय टीम नवाजतन के नाम से टीम बनाई गई। टीम की तरफ से वृद्धि और चुनौती देकर बच्चों को समूह ,ग्रुप व गली मित्र की अवधारणा से सीखने पर बल दिया गया।
शिक्षा की गुणवत्ता में हो रहा सुधार
शा.प्रा.शाला फर्सवानी के कक्षा दूसरी के बच्चों ने भाषा में 1मिनट में 45 शब्द पढ़ना था। वहां पर 60,80,120 शब्द पढ़ रहे, शब्द से वाक्य बनाना।कविता,कहानी, बोले गए शब्द को सुनकर लिखना सीख गए हैं। साथ ही गणित में 100 अंकों को पहचानने के स्थान पे लाख तक की संख्याओं को पहचान कर पढ़ लेते हैं। कक्षा स्तर के चुनौती से आगे निकलते हुए चुनौती को पूरा करने में बच्चे खरे उतरे।
शिक्षकों को किया गया सम्मानित
राज्य के लगभग 15 सौ शालाओं ने कक्षा के शत प्रतिशत बच्चों में अपेक्षित दक्षता लाने का फार्म भरा है। ऑनलाइन और ऑफलाइन चयन में 100 शालाओं ने इस चुनौती में खरा उतरते हुए सफलता प्राप्त की है। शिक्षकों का सम्मान आञ्जनेय यूनिवर्सिटी में राज्य परियोजना कार्यालय के संयुक्त संचालक योगेश शिवहरे और सहायक संचालक आशुतोष चावरे जी के सानिध्य में हुआ।
नई रणनीति के साथ काम करने के लिए किया गया प्रेरित
सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए अपने जिलों में नई रणनीति के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया गया। ताकि 2027 तक FLN को प्राप्त किया जा सके। सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले से चैतन पटेल के नेतृत्व में सुखमती चौहान शा.प्रा.शाला फर्सवानी,अनुराज वर्मा ,दुर्योधन खम्हारी, उषा चौहान जो शिक्षक सम्मानित हुए हैं।