छत्तीसगढ़ के दल्लीराजहरा में सुबह 4:30 बजे धोड़ा मंदिर क्षेत्र में दो दंतैल हाथियों की मौजूदगी कैमरे में कैद हुई है। बताया जा रहा है कि, ये दोनों हाथी गुरुर वन परिक्षेत्र से विचरण करते हुए शहर में आ पहुंचे हैं। कैमरे में रिकॉर्ड वीडियो में सूना जा सकता है कि दोनों दंतैल हाथी कितनी जोर-जोर से चिंघाड़ रहे है।
नगर में अचानक हाथियों के आगमन से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। वन विभाग पूरी तरह अलर्ट पर है और आसपास के क्षेत्रों में भी लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। वन विभाग की टीम मौके पर नजर बनाए हुए है और हाथियों की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
दो दर्जन से अधिक हाथियों का कहर
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के करंजवार समेत आसपास के इलाकों में दो दर्जन से अधिक हाथियों का दल डेरा डाले हुए है। पिछले कुछ दिनों से यह दल लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहा है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
हाथियों के इस दल ने कई किसानों की फसलों को बर्बाद कर भारी नुकसान पहुंचाया है। धान, मक्का समेत अन्य फसलों को कुचलकर नष्ट कर दिया गया है। जिससे ग्रामीणों की आजीविका पर संकट मंडराने लगा है। वन विभाग की टीम मौके पर डटी हुई है और हाथियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। विभाग की ओर से ग्रामीणों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से जंगल या हाथियों के पास न जाने की अपील की गई है। वन अमले द्वारा लगातार गश्त की जा रही है और जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू टीम को भी तैनात किया जा सकता है। प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
शादी समारोह में जा रहे युवक पर भालू का हमला
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में उदयपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बकोई गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जहां शादी समारोह में जा रहे युवक पर जंगली भालू ने अचानक हमला कर दिया। घायल युवक की पहचान लाल साय के रूप में हुई है, जिसे गंभीर हालत में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

युवक गांव के पास से गुजर रहा था तभी जंगल से निकले भालू ने उस पर हमला कर दिया। शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और किसी तरह भालू को भगाया। वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया और तत्काल सहायता राशि भी प्रदान की। गौरतलब है कि, गर्मी के इस मौसम में जंगलों में पानी और चारे की कमी के चलते जंगली जानवर लगातार आबादी वाले इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे इंसानों और जानवरों के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।