धमतरी। जल जीवन मिशन के तहत पूरे जिले के ग्रामों में 720 प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं। इन प्रोजेक्टों में जमकर लीपापोती की गई है। कई गांव तो ऐसे हैं, जहां पर पानी टंकी तैयार है, पाइप लाइन भी बिछ चुकी है, लेकिन जब पानी के लिए नलकूप खनन किया गया तो वहां पर पानी ही नहीं निकला। पीएचई विभाग के पास ऐसे 15 गांव की सूची है, जिसमें योजना का पूरा काम होने के बाद भू जलस्तर सूखा होने के कारण पानी सप्लाई शुरू नहीं की जा सकी है। सूत्रों की माने तो पूरे जिले में करीब 50 गांवों में ऐसी स्थिति है। जिला पंचायत सदस्य नीलम चंद्राकर ने बताया कि पांच साल पहले इन गांवों में प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। सबसे पहले नलकूप खनन कर पानी की व्यवस्था की जानी थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
वहीं कई गांवों में ओवर हेड टंकियां लीकेज है, जिसके चलते आज तक पानी टंकियों को भरा नहीं जा सका है। इन गांवों में लोग पानी के लिए तरस रहे सका है। इन गांवों में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। पाइप लाइन बिछाने में भी अनियमितता बरती गई है। घर घर शुद्ध पानी देने के उद्देश्य जिले में जल जीवन मिशन चलाया जा रहा है। इस योजना की समय सीमा मार्च माह में ही समाप्त हो गई है। टंकी निर्माण, पाइप लाइन, सोलरपंप सहित अन्य स्थापना पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। योजना के कार्यों में लीपापोती के चलते कई गांवों में लोगों को इस योजना के तहत बूंद भर पानी तक नहीं मिल रहा है। यह मामला जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में भी उठा था।
केस – 1
ग्राम पंचायत तेलीनसत्ती में पानी सप्लाई के लिए ओवरहेड टंकी का निर्माण किया गया है। निर्माण में गुणवत्ता की कमी की वजह से टंकी में लीकेज है, जिसके कारण आज तक इस टंकी में पानी नहीं भरा जा सका है। स्थिति यह है कि जिन लोगों का घर इस पानी टंकी के सामने है, उन्हें भी दूर जाकर हैंडपंप या दूसरे टेपनल से पानी लाना पड़ रहा है। लाखों की लागत से बनी टंकी सिर्फ शो-पीस बनकर रह गई है।
केस – 2
नगरी विकासखंड के रानीगांव में स्थिति काफी खराब है। यहां पर चार साल से जल जीवन मिशन का काम चल रहा है। दो पानी टंकी बनाई गई है, जिसकी गुणवत्ता काफी खराब है। पाइप लाइन बिछाई गई है। आज तक इन टंकियों में पानी नहीं भरा गया है और न ही पाइप लाइन की टेस्टिंग की गई है। शिकायत के बाद टंकी की थोड़ी मरम्मत जरूर करवाई गई है, लेकिन इसके बाद भी पानी सप्लाई शुरू नहीं हुई है।
अधूरे प्रोजेक्ट से सप्लाई
इन प्रोजेक्टों में ओवर हेड टंकी निर्माण, पाइप लाइन, सोलर पंप स्थापना सहित अन्य कार्य शामिल हैं। यह पूरी योजना मार्च 2025 में कंप्लीट हो जानी थी, लेकिन आज तक काम चल रहे है। जानकारी के अनुसार 422 प्रोजेक्ट कंप्लीट हो चुके हैं, जिन्हें पूर्णता प्रमाण- पत्र दिया जा चुका है। पूरे के पूरे 422 प्रोजेक्ट को ग्राम पंचायतों को हैंड ओवर भी कर दिया गया है। विडंबना यह है कि अभी 298 प्रोजेक्ट पूरे नहीं हुए हैं। भयावह गर्मी को देखते हुए इसमें से 222 गांवों में आधे अधूरे प्रोजेक्ट से पानी सप्लाई शुरू कर दी गई है। उधर इस योजना को लेकर हर रोज शिकायतें आ रही हैं।