कोंडागांव – छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के फरसगांव ब्लॉक में प्रधानमंत्री सड़क पर बना पुल दो हिस्सों में बट गया है। जिससे ग्रामीणों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के ग्रामीणों को झाकरी से भोंगापाल मार्ग हुआ अवरुद्ध ग्रामीणों को लंबी दुरी तय कर ब्लाक और जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है।
दरसअल, बीते वर्ष बारिश के दिनों में पुलिया के बह जाने के बाद पंचायत ने अस्थायी रूप से मुरूम डालकर आवागमन को आने जाने के लिए बना तो लिया गया। लेकिन वह भी बे मौसम बारिश की भेट चढ़ गया और ग्रामीणों के लिए बड़ी समस्या ख़डी हो गई है। 4 गांव के ग्रामीणों को लंबी दुरी तय कच्चे रास्तो से दूसरे अन्य गांव में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की बढ़ी मुश्किलें
आवागमन बाधित होने के चलते 4 गांव के ग्रामीण, किसानो और बीमार मरीजों को अस्पताल ले जाने के लिए लंबी दुरी तय करना पड़ रहा है। जिससे बुजुर्ग और बीमार व्यक्तियों को ईलाज करवाने के लिए सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। वहीं आपातकालीन सेवाएं जैसे एंबुलेंस और राशन की सप्लाई भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि, पुल के निर्माण के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और संबंधित विभागों से गुहार लगाई गई। लेकिन किसी ने इस दिशा में गंभीरता नहीं दिखाई। अब जब बरसात का मौसम फिर से करीब है, तो यह चिंता और भी बढ़ गई है।
दर्शनार्थियों को भी हो रही है परेशानी
केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार के द्वारा धार्मिक स्थलों को देश भर में बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं कोंडागांव जिले के भोंगापाल में एक ऐतिहासिक बौद्ध स्थल है, जहां अनेक पर्यटक और ग्रामीण दर्शन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन मार्ग में बनी सड़क और पुलिया बह जाने से दर्शन करने वाले श्रद्धांलुओं के लिए आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो गया है। जिसके चलते दर्शन करना भी नामुकिन हो गया है। अब देखना होगा शासन और प्रशासन कब तक जागेगा और मार्ग को सुचारु रूप से संचालित करवा पायेगा। यह तो आने वाला समय ही बतायेगा।
अधिकारियों ने नहीं दिया कोई जवाब
विभाग के जिम्मेदार कार्यपालन अभियंता प्रधानंमत्री ग्रामीण सड़क योजना के अधिकारियों से इस मामले को लेकर सम्पर्क करने प्रयास किया गया तो जिम्मेदारो ने फोन भी नहीं उठाया। जिससे यह स्पष्ट होता है कि, जो फोन नहीं उठा सकते वो सड़कों का निर्माण और मरम्मत कैसे करवा पांयेंगे।