हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाओ या चालान कटवाओ, गली-मोहल्ले में भी लगा शिविर

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हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी ) की जांच करने के लिए रायपुर सहित प्रदेशभर में राज्य पुलिस द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। पकड़े जाने पर समझाइश के साथ चालानी कार्रवाई शुरू हो गई है। इसे देखते हुए नंबर प्लेट के लिए आवेदन करने वालों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि अब तक 1 लाख वाहनों में नंबर प्लेट लगाए जा चुके है। वहीं, 3 लाख 50 हजार से ज्यादा आवेदन मिल चुके हैं। इसकी जांच करने के लिए नंबर प्लेट भी बनाए जा रहे हैं।

परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रदेशभर में रोजाना 10 हजार आवेदन ऑनलाइन, परिवहन सेवा केंद्रों, शिविर और आरटीओ कार्यालयों में जमा हो रहे हैं। लगातार बढ़ रहे आवेदनों की संख्या को देखते हुए 25 अतिरिक्त काउंटर सभी आरटीओ में खोले गए हैं, जहां मोबाइल नंबर को कनेक्ट करने कर आवेदन भी लिए जा रहे हैं। बता दें कि 1 अप्रैल 2019 के पहले के करीब 50 लाख वाहन पंजीकृत हैं। इसमें से 10 लाख वाहनों के दूसरे प्रदेशों में शिफ्ट होने, कंडम होने के कारण सड़कों से बाहर होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, 31 लाख वाहनों में जून तक लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद बिना एचएसआरपी वाली वाहनों को प्राथमिकता के साथ कार्रवाई होगी।
80 टीम का गठन 

प्रदेश के वाहनों में एचएसआरपी नंबर लगाने के लिए 80 टीमें का गठन की गई हैं। ये टीमें सभी जिलों में मोबाइल वैन के जरिए कैंप करेंगी। इसमें रायपुर में 5 टीम, धमतरी में 4 टीम, महासमुंद में 4 टीम, दुर्ग में 8 टीम, कवर्धा 2 टीम, बिलासपुर 6 टीम, जांजगीर चम्पा 3 टीम, कोरबा 5 टीम, रायगढ़ 6 टीम, जशपुर 3 टीम, अम्बिकापुर 4 टीम, कोरिया 3 टीम, जगदलपुर3 टीम, दंतेवाड़ा 2 टीम, कांकेर 3 टीम, बलौदाबाजार 3 टीम, गरियाबंद, बालोद, बेमेतरा में 2-2 टीम एवं अन्य जिलों में 1-1 कैम्प/मोबाइल टीम लगातार कैंप कर रही है।

जिले से लेकर गांव के गली-मोहल्ले में शिविर 

एचएसआरपी लगाने के लिए विभाग की ओर से हर जिले के साथ ही गांव के गली-मोहल्ले से लेकर कॉलोनियों, शासकीय दफ्तरों और अन्य स्थानों में कैंप लगाया जा रहा है। जहां आवेदन का तत्काल पंजीयन कर समस्या का निराकरण किया जा रहा है।

  • डी रविशंकर, अतिरिक्त परिवहन आयुक्त

एचएसआरपी लगे 01 लाख 

आवेदन जमा हुए — 350000 

लगाया जाना है — 35 लाख

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