अंबिकापुर। बलरामपुर जिले में रेत का अवैध उत्खनन रोकने गए आरक्षक शिवबचन सिंह की तस्करों ने ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य रेत तस्कर को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अब तक 8 आरोपियों को पकड़ा है। रेत के अवैध धंधे में मुख्य आरोपी के अलावा उसके 9 बेटे, भतीजा व बेटे का साला शामिल थे। वहीं पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आरोपियो ने बताया कि सरगना ने उन्हें निर्देश दे रखा था कि यदि रेत की खुदाई करने से कोई रोके तो उसके ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा देना।
कन्हर नदी से अवैध रेत परिवहन रोकने गई पुलिस पर हमला कर आरक्षक शिवबचन सिंह की हत्या करने वाले मास्टरमाइंड नसीमुल हक समेत आठ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना 12 मई की रात लिबरा घाट पर हुई थी। आरोपी झारखंड के गढ़वा जिले के रहने वाले हैं। सभी आरोपी एक ही परिवार या रिश्तेदार हैं। पुलिस ने तीन ट्रैक्टर जब्त किए हैं। अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है।
टीम के दूसरे लोगों को भी कुचलने की कोशिश
पुलिस ने बताया कि घटना के दिन पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम लिबरा घाट पर अवैध रेत परिवहन रोकने गई थी। वहां तीन ट्रैक्टर रेत लेकर खड़े थे। जैसे ही टीम पहुंची, चालक ट्रैक्टर लेकर भागने लगे। आरक्षक शिवबचन ने ट्रैक्टर रोकने की कोशिश की, तभी हमिदुल हक ने ट्रैक्टर चढ़ाकर उन्हें कुचल दिया। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। अन्य दो चालक आरीफुल हक और उपेन्द्र कोरवा ने भी जवानों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की, लेकिन वे बच गए।
पूछताछ में सामने आया कि नसीमुल हक ने अपने बेटों और रिश्तेदारों को कहा था कि यदि छत्तीसगढ़ की टीम अवैध रेत परिवहन रोके तो ट्रैक्टर चढ़ा देना।
आरोपियों में 7 एक ही परिवार के
नसीमुल हक के पास दो ट्रैक्टर, दो हाइवा और एक जेसीबी है। वह झारखंड के गढ़वा जिले के खाला टोला सेराजनगर का रहने वाला है।उसके नौ बेटे हैं, जो सभी अवैध रेत और गिट्टी के कारोबार में शामिल हैं। सात टीम ने झारखंड और उत्तर प्रदेश में दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा, जिनमें नसीमुल हक (65), हमिदुल हक (20), निजामुल हक (26), आरीफुल हक (24), जमील अंसारी (41), उपेन्द्र कोरवा (25), शकील अंसारी (22) और अकबर अंसारी (50) हैं। इनमें नसीमुल हक के पांच बेटे, एक भतीजा, एक दामाद और एक रिश्तेदार शामिल हैं। घटना में प्रयुक्त तीन ट्रैक्टर जब्त किए गए हैं। आरोपियों ने घटना के बाद झारखंड और उत्तर प्रदेश में छिपने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है।