दुर्ग जिले के खुर्सीपार थाना क्षेत्र में नशे के सौदागरों ने हेरोइन के पैसे के लिए एक युवक को तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा। मारपीट कर नशे का इंजेक्शन भी दिया। पुलिस ने युवक को सकुशल छुड़ा लिया। अपहरण और मारपीट का केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है। पीड़ित हरीश सोनी ने मीडिया को बताया कि, उज्जवल सिंह चिट्टा बेचने का काम करता है। इंद्रजीत सिंह उर्फ टकली, शुभम सिंह समेत कई लोग उसे सप्लाई करते हैं। मैं भी उसके लिए कभी काम करता था, लेकिन कुछ विवाद होने के चलते उसने काम करना छोड़ दिया। इस दौरान उज्जवल ने पंजाब से लड़के को भेजकर हेरोइन मंगवाया। उज्जवल को लगा हरीश उसके खिलाफ मुखबिरी करेगा।
इसको लेकर उसने उसकी किडनैपिंग का प्लान बनाया। उसने हरीश को फोन कर 21 मई की रात उसे खुर्सीपार में टकली के घर के सामने एक निर्माणाधीन मकान में बुलाया। उज्जवल, टकली और शुभम ने बैठकर हरीश के साथ हेरोइन का नशा किया।
बंधक बनाकर की मारपीट
उसने आगे बताया कि, उज्जवल वहां से चला गया। जब हरीश जाने लगा तो टकली ने उसे रोक लिया। बोला कि वो किडनैप हो चुका है। कहीं नहीं जाएगा। उन्होंने हरीश का फोन छीनकर मारपीट की। एक दिन रखने के बाद हाथ-पैर बांधकर गाड़ी में डालकर जामुल थाना इलाके के सुरडुम में उज्जवल की आरामिल में ले गए।
जब हरीश ने भागने की कोशिश की, तो उन लोगों ने उसे दौड़ाकर पीटा और लोगों को बताया कि चोर है। फिर मारते हुए आरामिल ले गए। उसे चाकू और अन्य चीजों से बुरी तरह मारा। इसी दौरान वहां के सुपरवाइजर से पुरानी पहचान होने से हरीश ने उसका फोन मांगा और अपने भाई को मैसेज भेजा।
कुछ संदिग्धों से पूछताछ कर रही पुलिस
इसके बाद हरीश के भाई ने खुर्सीपार पुलिस को मामले की जानकारी दी। एसीसीयू टीम की मदद से पुलिस ने हरीश को तो बचा लिया, लेकिन सभी आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने सभी के खिलाफ अपहरण और मारपीट का केस दर्ज कर कुछ संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। उज्जवल पुलिस रिकार्ड में पुराना बदमाश है।