मुख्य बिंदु:
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मुठभेड़ की तिथि और स्थान: 21 मई 2025 को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।
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मारे गए नक्सलियों की संख्या: इस मुठभेड़ में कुल 27 नक्सली मारे गए, जिनमें से 20 के शव उनके परिजनों को सौंपे गए, जबकि 7 का अंतिम संस्कार पुलिस ने किया।
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बसवा राजू की पहचान और इनाम: मारे गए नक्सलियों में से एक प्रमुख नेता बसवा राजू थे, जिन पर छत्तीसगढ़ में डेढ़ करोड़ और देशभर में 10 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था।
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हथियारों की बरामदगी: मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए, जिनमें AK-47, INSAS राइफल, SLR, कार्बाइन, BGL लॉन्चर, और अन्य शामिल हैं।
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परिजनों की प्रतिक्रिया: बसवा राजू के भाई ने शव को आंध्र प्रदेश ले जाने की इच्छा जताई, लेकिन पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
विस्तृत विवरण:
21 मई 2025 को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में कुल 27 नक्सली मारे गए, जिनमें से 20 के शव उनके परिजनों को सौंपे गए, जबकि 7 का अंतिम संस्कार पुलिस ने किया। इन मारे गए नक्सलियों में से एक प्रमुख नेता बसवा राजू थे, जिन पर छत्तीसगढ़ में डेढ़ करोड़ और देशभर में 10 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था।
मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए, जिनमें AK-47, INSAS राइफल, SLR, कार्बाइन, BGL लॉन्चर, और अन्य शामिल हैं। यह बरामदगी यह दर्शाती है कि नक्सल संगठन के पास अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा था, जो उनकी गतिविधियों की गंभीरता को दर्शाता है।
बसवा राजू के भाई ने शव को आंध्र प्रदेश ले जाने की इच्छा जताई, लेकिन पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस का कहना था कि शवों के सड़ने से संक्रमण फैलने की आशंका थी, इसलिए अंतिम संस्कार आवश्यक था।
इस मुठभेड़ को लेकर नक्सलियों ने एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बसवा राजू को जिंदा पकड़कर बाद में मार डाला गया। हालांकि, पुलिस ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि यह एक साजिश है। पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ के दौरान बसवा राजू मारे गए और उन्हें जिंदा पकड़ने का कोई प्रयास नहीं किया गया।
इस मुठभेड़ को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से बात की और इसे एक बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा कि यह मुठभेड़ नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की कुल इनामी राशि लगभग 12.3 करोड़ रुपये थी, जो सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह मुठभेड़ नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।