कांग्रेस पार्टी या नेताओं के खिलाफ बयानबाजी को लेकर कांग्रेस पार्टी अब एक्शन मोड में है। पार्टी ने कहा है कि किसी भी नेता या कार्यकर्ता ने विवादित बयान दिया, तो उनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगी।
सभी को पार्टी के अनुशासन के दायरे में रहकर काम या बात करने के निर्देश दिए गए हैं। चुनाव हारने के बाद से ही लगातार कई नेताओं ने खुलकर पार्टी और पार्टी के नेताओं के खिलाफ विवादित बयान दिया था।
ये हैं निर्देश
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सभी कार्यकर्ता अनुशासन के दायरे में रहें। पार्टी या पार्टी के नेता को लेकर किसी भी तरह का विवादित बयान मीडिया में न दें। पार्टी के किसी भी पदाधिकारी या कार्यकर्ता के खिलाफ की जा रही सार्वजनिक बयानबाजी अनुशासनहीनता के दायरे में आती है।
पार्टी नेतृत्व ने सभी से कड़े शब्दों में कहा कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी संयम रखें, अपनी बात पार्टी फोरम पर ही रखें। सार्वजनिक बयानबाजी या आरोप-प्रत्यारोप लगाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
बृहस्पत सिंह ने ये कहा था
चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने बयान जारी कर टीएस सिंहदेव पर भाजपा से सांठगांठ कर संभाग की सभी 14 सीटें हराने का आरोप लगाया था। उन्होंने बयान में कहा था कि कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा ने डिप्टी सीएम को हीरो की तरह प्रमोट किया। इसकी शिकायत कांग्रेस अध्यक्ष से की जाएगी।
डॉ विनय जायसवाल ने ये कहा था
वहीं मनेन्द्रगढ़ के पूर्व विधायक डॉ विनय जायसवाल ने भी आरोप लगाया था कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी सचिव चंदन यादव ने उनसे पैसे मांगे थे। इस बार टिकट वितरण को लेकर भी उन्होंने पार्टी पर गई गंभीर आरोप लगाए।
दोनों नेताओं को नोटिस जारी
दोनों नेताओं का बयान सामने आने के बाद पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। चर्चा है कि जल्द ही इन नेताओं पर कार्रवाई की जाएगी।