गौरव श्रीवास्तव- कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले की वन विभाग को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आदमखोर तेंदुए को पिंजरे मै कैद किया। दुधावा क्षेत्र के आछी डोंगरी में पिंजरे में कैद हुआ है। यह तेंदुआ 2024 से अब तक कुल 6 ग्रामीण और बच्चों पर हमला कर चुका था।
अब तक हो चुकी है 6 घटनाएं
कांकेर जिले के दुधावा इलाके में आतंक का पर्याय बन चुका तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया। बीते कुछ दिनों से लगातार तेंदुआ के आसपास होने की खबर विभाग को मिल रही थी।जिसकी निगरानी के लिए 20 कैमरे लगाए गए थे। लोग अपने आप को खतरे की जद में जानकर दहशत में जीने को मजबूर थे। जिसे लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पिंजरे में कैद कर लिया गया। बताया जा रहा है दुधावा क्षेत्र में तेंदुआ के हमले की 6 घटनाएं हो चुकी है। जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई थी।विभाग के अनुसार पकड़े गए तेंदुआ का उम्र लगभग 3 से 4 वर्ष है। इलाके में और भी तेंदुए मौजूद है।
कांकेर जिले के दुधावा इलाके में आतंक का पर्याय बन चुका तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया। बीते कुछ दिनों से लगातार तेंदुआ के आसपास होने की खबर विभाग को मिल रही थी।जिसकी निगरानी के लिए 20 कैमरे लगाए गए थे। लोग अपने आप को खतरे की जद में जानकर दहशत में जीने को मजबूर थे। जिसे लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पिंजरे में कैद कर लिया गया। बताया जा रहा है दुधावा क्षेत्र में तेंदुआ के हमले की 6 घटनाएं हो चुकी है। जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई थी।विभाग के अनुसार पकड़े गए तेंदुआ का उम्र लगभग 3 से 4 वर्ष है। इलाके में और भी तेंदुए मौजूद है।
भालू ने किया था महिला पर हमला
वहीं दो दिनों पहले गौरेला- पेंड्रा- मरवाही में दर्दनाक घटना घटी थी। यहां के मरवाही वन मंडल के बरवासन गांव में भालू आ घुसा। भालू ने यहां घर के बाहर खड़ी महिला पर हमला कर दिया। इस हमले में महिला बुरी तरह घायल हो गई। भालू के हमले में घायल महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। घटना के बाद से वन विभाग अलर्ट हो गई थी। जंगली इलाकों से सटे गांवों में लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी जा रही थी।
वहीं दो दिनों पहले गौरेला- पेंड्रा- मरवाही में दर्दनाक घटना घटी थी। यहां के मरवाही वन मंडल के बरवासन गांव में भालू आ घुसा। भालू ने यहां घर के बाहर खड़ी महिला पर हमला कर दिया। इस हमले में महिला बुरी तरह घायल हो गई। भालू के हमले में घायल महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। घटना के बाद से वन विभाग अलर्ट हो गई थी। जंगली इलाकों से सटे गांवों में लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी जा रही थी।