अनिल उपाध्याय- सीतापुर। छत्तीसगढ़ में सरगुजा जिले के खरीफ सीजन की शुरुआत होते ही किसानों को खाद की भारी किल्लत और केसीसी लोन में कटौती जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन्हीं मुद्दों को लेकर प्रदेश के पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने किसानों के साथ अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) नीरज कौशिक से मुलाकात की और समस्याओं को जल्द सुलझाने की मांग की।
पूर्व मंत्री ने बताया कि किसान समितियों में खाद की भारी कमी है, जिससे किसानों को खेती करने में काफी परेशानी हो रही है। खरीफ फसलों के लिए समय पर खाद न मिलने के कारण किसान चिंतित हैं और खेती कार्य पिछड़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) लोन में की जा रही कटौती का मुद्दा भी उठाया, जिससे किसानों की आर्थिक मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
केसीसी लोन की राशि में भारी कटौती
किसानों की ओर से रामकुमार गुप्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मंत्री से संपर्क किया था। किसानों ने बताया कि पहले की तुलना में अब केसीसी लोन की राशि में भारी कटौती कर दी गई है, जिससे खरीफ की फसल के लिए आवश्यक निवेश करना मुश्किल हो गया है।
मांड नदी से हो रही अवैध रेत तस्करी पर गंभीर चिंता
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने मांड नदी से हो रही अवैध रेत तस्करी पर भी गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि रेत माफिया खुलेआम रेत का भंडारण कर उसे बाहर भेज रहे हैं, जबकि प्रशासन केवल छोटे ट्रैक्टर चालकों पर कार्रवाई करता है। उन्होंने कहा कि अधिकांश ट्रैक्टर पीएम आवास योजना जैसे विकास कार्यों के लिए रेत की ढुलाई करते हैं, ऐसे में उन पर जुर्माना लगाना अनुचित है। पूर्व मंत्री ने मांग की कि प्रशासन को रेत माफियाओं पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि अवैध खनन पर प्रभावी नियंत्रण हो सके और जरूरतमंदों को रेत उचित रूप से मिल सके।
न्यायसंगत कार्यवाही किए जाने का आश्वासन
एसडीएम नीरज कौशिक ने पूर्व मंत्री और किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि खाद संकट के समाधान के लिए संबंधित समितियों से चर्चा की जाएगी। वहीं, लोन कटौती और रेत तस्करी के मामलों में भी उचित और न्यायसंगत कार्यवाही की जाएगी।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष तिलक बेहरा, विधानसभा प्रभारी डॉ. लालचंद यादव, गणेश सोनी, बदरुद्दीन इराकी, राजेश गुप्ता, अधिवक्ता अरुण गुप्ता, संतोष गुप्ता, बाबूलाल, गजेंद्र प्रधान समेत कई कांग्रेस पदाधिकारी, कार्यकर्ता और क्षेत्र के किसान उपस्थित रहे।